शहाबुद्दीन केस में बेनकाब सीएम भेजवा रहे हैं नोटिस
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि शहाबुद्दीन मामले में बेनकाब हुए नीतीश कुमार बौखला कर पार्टी की ओर से मुकदमे की नोटिस दिला रहे हैं. मैं अपनी इस बात पर कायम हूं कि नीतीश कुमार को शहाबुद्दीन से कोई परहेज नहीं है और वह उनकी […]
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि शहाबुद्दीन मामले में बेनकाब हुए नीतीश कुमार बौखला कर पार्टी की ओर से मुकदमे की नोटिस दिला रहे हैं. मैं अपनी इस बात पर कायम हूं कि नीतीश कुमार को शहाबुद्दीन से कोई परहेज नहीं है और वह उनकी पत्नी को जदयू में शामिल कर टिकट देना चाहते थे. मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी की किसी भी धमकी से भाजपा डरने वाली नहीं है. अगर नीतीश कुमार को शहाबुद्दीन से परहेज है, तो जब प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में शहाबुद्दीन को बिहार से बाहर रख कर ट्रायल चलाने की मांग की तो सरकार ने समर्थन क्यों नहीं किया.
मोदी ने कहा कि शहाबुद्दीन से परहेज है, तो नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद पर दबाव डाल उसे राजद से बाहर क्यों नहीं निकलवाया, जिस तरह से लालू प्रसाद ने दबाव डाल कर अनंत सिंह को जदयू से निलंबित कराया. भाजपा नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या जदयू की मदद से सांसद बनने वाले राम जेठमलानी को नीतीश कुमार शहाबुद्दीन का मुकदमा लड़ने से रोकेंगे.
शहाबुद्दीन को आजीवन कारावास की सजा सुनाने वाले जिला सेशन जज का दो साल में ही तबादला क्यों हो गया. सीवान में शहाबुद्दीन का आतंक नहीं है, तो सरकार को दो दर्जन लोगों को सुरक्षा क्यों देनी पड़ी है. अगर जदयू को अपनी छवि की इतनी ही चिंता है तो 15 साल तक अनंत सिंह जैसे बाहुबली और अपराधी को अपनी पार्टी में क्यों रखा. मुन्ना शुक्ला जैसे दर्जनों कुख्यात अपराधियों को टिकट देकर विधायक क्यों बनाया.