कॉपी की जांच हुई नहीं और निकल गया इंटर का रिजल्ट
पटना, वैशाली व छपरा के तीन मूल्यांकन केंद्रों की 256 उत्तर पुस्तिकाओं से हुआ खुलासा सचिव से मिल कर अब प्राचार्य सादी कॉपियों को कर रहे हैं जमा पटना : उत्तर पुस्तिका की जांच होने के बाद मार्क्स फाइल तैयार होती है. इसके बाद अंकपत्र और रिजल्ट घोषित होती है, लेकिन 2016 के इंटर परीक्षा […]
पटना, वैशाली व छपरा के तीन मूल्यांकन केंद्रों की 256 उत्तर पुस्तिकाओं से हुआ खुलासा
सचिव से मिल कर अब प्राचार्य सादी कॉपियों को कर रहे हैं जमा
पटना : उत्तर पुस्तिका की जांच होने के बाद मार्क्स फाइल तैयार होती है. इसके बाद अंकपत्र और रिजल्ट घोषित होती है, लेकिन 2016 के इंटर परीक्षा में कई परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं को जांचे बगैर ही रिजल्ट मिल गया. कई मूल्यांकन केंद्रों के प्रभारी अब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संपर्क कर इसकी जानकारी दे रहे हैं. मूल्यांकन केंद्र से कई उत्तर पुस्तिकाएं समिति को मिली हैं, जिनकी जांच ही नहीं हुई है.
तीन स्कूलों की 256 उत्तर पुस्तिकाएं बगैर जांची निकलीं : अभी तक तीन जिलों के तीन मूल्यांकन केंद्र से 256 उत्तर पुस्तिकाएं सामने आयी हैं, जिसकी जांच ही नहीं हो पायी और मार्क्स फाइल तैयार हो गया. इसमें पटना के राजेंद्र नगर हाइस्कूल, वैशाली का मधुसूदन हाइस्कूल और छपरा का श्रीमद हाइस्कूल शामिल है. राजेंद्र नगर हाइस्कूल से 75, श्रीमद हाइस्कूल से 81 और मधुसूदन हाइस्कूल से 100 उत्तर पुस्तिकाएं ऐसी पायी गयी हैं, जिसका मूल्यांकन नहीं किया गया था. मैथ, फिजिक्स, इंगलिश और बायोलॉजी की उत्तर पुस्तिकाएं शामिल हैं.
कैसे मिल गया रिजल्ट, जांच का है विषय : बिना उत्तर पुस्तिका जांचे, मार्क्स फाइल कैसे तैयार हो गयी और छात्र को रिजल्ट कैसे मिल गया. ये जांच का विषय है. अभी एक केंद्राधीक्षक ने ही समिति से संपर्क किया है. इसके अलावा कई और मूल्यांकन केंद्रों पर भी यह घटनाएं हुई हैं.
लेकिन, केंद्राधीक्षक डर से बिहार बोर्ड से संपर्क नहीं कर रहे हैं. समिति सूत्रों की मानें, तो लगभग एक हजार उत्तर पुस्तिकाएं हैं, जिसकी जांच नहीं हुई है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा िक हम इसका जांच करवायेंगे. जिस भी मूल्यांकन केंद्र पर ऐसा हुआ है, उसकी जांच होगी. उत्तर पुस्तिका किस शिक्षक के नाम से एलॉट था और उन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं को क्यों नहीं जांचा.
पटना. इंटर और मैट्रिक के कंपार्टमेंटल की तैयारी तो चल रही है, लेकिन 2017 की परीक्षा को लेकर तैयारी ठंडे बस्ते में है. जब तक कंपार्टमेंटल की परीक्षा नहीं हो जायेगी, तब तक 2017 के इंटर और मैट्रिक की परीक्षा की तैयारी शुरू नहीं होगी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इन दिनों कंपार्टमेंटल में बारकोड लागू करने की तैयारी को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है.
समिति कंपार्टमेंटल से ही बारकोड लागू करने जा रही है. ज्ञात हो कि कंपार्टमेंटल की परीक्षा के लिए अावेदन भी ऑनलाइन भराये जायेंगे. इसके लिए अक्तूबर में तिथि घोषित की जायेगी. कंपार्टमेंटल की परीक्षा नवंबर के दूसरे सप्ताह में होने की संभावना है. ऐसे में कंपार्टमेंटल का रिजल्ट दिसंबर में घोषित हो पायेगी.
फरवरी में इंटर और मार्च में मैट्रिक परीक्षा
समिति की मानें तो रजिस्ट्रेशन और परीक्षा फार्म के लिए एक-एक महीने का समय दिया जाता है. चूंकि परीक्षार्थी की संख्या काफी होती है. इस बार 29 लाख के लगभग परीक्षार्थी मैट्रिक और इंटर मिला कर शामिल हो रहे हैं. इसमें 16 लाख मैट्रिक में और 13 लाख के लगभग इंटर में परीक्षार्थी होंगे. फरवरी में इंटर की परीक्षा ली जाती है. इसके लिए जनवरी के दूसरे सप्ताह में एडमिट कार्ड जारी कर दिया जाताहै. वहीं मैट्रिक मार्च के पहले सप्ताह में होना होता है. इसके लिए फरवरी में एडमिट कार्ड जारी कर दिया जायेगा.
15 दिन लेट हो सकती है परीक्षा फाॅर्म की तिथि
चूंकि कंपार्टमेंटल में असफल छात्र को 2017 के इंटर और मैट्रिक की परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाता है. इस कारण कंपार्टमेंटल के रिजल्ट के बाद ही इंटर और मैट्रिक परीक्षा के फार्म भरे जायेंगे. समिति के अनुसार कंपार्टमेेंटल की परीक्षा चूंकि नवंबर में लिया जा रहा है.
इससे रिजल्ट दिसंबर में निकलेगा. इससे 2017 के परीक्षा फाॅर्म भराने में 15 से 20 दिनों की देरी हो सकती है. इंटर परीक्षा की तैयारी समिति द्वारा अक्तूबर में शुरू हो जाता था. अक्तूबर में 11वीं का रजिस्ट्रेशन और नवंबर में 12वीं के परीक्षा फार्म भरवा लिये जाते थे. लेकिन इस बार दिसंबर के दूसरे सप्ताह से पहले परीक्षा फार्म की तिथि घोषित नहीं हो पायेगी.