ट्रांसप्लांट के लिए रख सकेंगे अंग

अब ब्रेन डेड मरीजों के अंग रखे जायेंगे सुरक्षित लिवर और हार्ट का भी होगा प्रत्यारोपण चार-पांच महीने में शुरू हो जायेगी सुविधा पटना : प्रदेश में अब ब्रेन डेड मरीज जरूरत मंद लोगों को जिंदगी दे सकेंगे. क्योंकि, उनके दान किये गये अंग आइजीआइएमएस में सुरक्षित रखे जा सकेंगे. आॅर्गन ट्रांसप्लांट के लिए केंद्रीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2016 6:37 AM
अब ब्रेन डेड मरीजों के अंग रखे जायेंगे सुरक्षित
लिवर और हार्ट का भी होगा प्रत्यारोपण
चार-पांच महीने में शुरू हो जायेगी सुविधा
पटना : प्रदेश में अब ब्रेन डेड मरीज जरूरत मंद लोगों को जिंदगी दे सकेंगे. क्योंकि, उनके दान किये गये अंग आइजीआइएमएस में सुरक्षित रखे जा सकेंगे. आॅर्गन ट्रांसप्लांट के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आइजीआइएमएस को मंजूरी दे दी है. अब अस्पताल प्रशासन इसकी में तैयारी में जुट गया है. इस सुविधा के लिए ओटी का निर्माण चल रहा है. अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक चार से पांच महीने में मरीजों को यहां आॅर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलने लगेगी. फिलहाल, आइजीआइएमएस में परिजन के दिये अंग ही ट्रांस्पलांट किये जाते हैं.
लेकिन, अब कोई भी व्यक्ति मृत्यु के बाद अपनी किडनी, लीवर, आंख, हार्ट अस्पताल को दान कर सकेंगे. मंजूरी के लिए अस्पताल प्रशासन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से पिछले साल ही आवेदन दिया था. आॅर्गन ट्रांसप्लांट का सबसे अधिक फायदा लीवर की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को होगा. प्रदेश के किसी भी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में लीवर का ट्रांसप्लांट नहीं होता है. नतीजा मरीजों को दिल्ली, लखनऊ आदि जगहों पर जाना पड़ता है. फिलहाल अस्पताल में किडनी व आंख का ट्रांसप्लांट होता है.
आॅर्गन ट्रांसप्लांट की मंजूरी मिलने के बाद अब प्रदेश में आंख, किडनी ट्रांसप्लांट को बढ़ावा मिलेगा. क्योंकि, अब तक आइजीआइएमएस में मरीजों का ट्रांसप्लांट उनके रिश्तेदार ही करते हैं. अब अंगों को सुरक्षित रखा जायेगा और जरूरत वाले मरीजों में प्रत्यारोपण किया जायेगा.
अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि आइजीआइएमएस में दुर्घटना में घायल मरीज अधिक आते हैं, जो गंभीर होते हैं. कई बार इनकी मौत भी हो जाती है. ऐसे में यहां आॅर्गन की सुविधा होने से उनके अंग सुरक्षित रखे जायेंगे. इससे जरूरतमंद मरीजों को लाभ होगा. आइजीआइएमएस के डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास ने बताया कि आॅर्गन ट्रांसप्लांट के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है. मंजूरी की कॉपी देने के लिए मुझे दिल्ली बुलाया गया था.

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