पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि शहाबुद्दीन को लेकर राजद और जदयू में मैच फिक्सिंग का खेल चल रहा है. मोदी ने पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट की ओर से बिहार के मंत्री तेजप्रताप यादव, शहाबुद्दीन और सीवान के एसपी को नोटिस दिए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ अपराधी मो. कैफ का फोटो केवल संयोगवश नहीं बल्कि राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मो. शहाबुद्दीन के शूटर होने के कारण है. मो. कैफ से तो स्वास्थ्य मंत्री पाला झाड़ सकते हैं मगर क्या उसके सरगना मो. शहाबुद्दीन को भी नाकार सकते हैं ?
मोदी ने कहा कि लालू–राबड़ी के शासनकाल में शहाबुद्दीन के आतंक के कारण उससे जुड़े अपराधियों द्वारा अधिवक्ता रधुवीर शरण वर्मा, उनकी पत्नी की हत्या के मामले की सुनवाई 2002 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर झारखंड में करानी पड़ी थी. एनडीए सरकार के दौरान सुप्रीम कोर्ट की सहमति से शहाबुद्दीन के मामलों की सुनवाई के लिए जेल में स्पेशल कोर्ट का गठन किया गया था. क्या नीतीश कुमार शहाबुद्दीन को बिहार से बाहर रखने और तमाम मामलों की ट्रायल बिहार से बाहर कराने पर अपनी सहमति देंगे. सरकार के सहयोग से शहाबुद्दीन जेल से बाहर आये. जब प्रशांत भूषण बेल खारिज कराने सुप्रीम कोर्ट गए तो पीछे–पीछे सरकार भी खानापूरी के लिए चली गयी. अब जब राजद सांसद राम जेठमलानी शहबुद्दीन की पैरवी करेंगे तो उनके मुकाबले सरकार किसी कमजोर वकील को खड़ा कर देगी.