नीतीश का महागंठबंधन को आश्वासन, मेरी ओर से नहीं आयेगी कोई कमी

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी के खिलाफ दुष्प्रचार का प्रतिकार करने के लिए अपनी पार्टी जदयू के 40 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे शराबबंदी का प्रचार प्रसार करने को कहा है. जदयू के प्रदेश परिषद की बैठक को आज सम्बोधित करते हुए नीतीश ने कहा कुछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2016 7:06 PM

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी के खिलाफ दुष्प्रचार का प्रतिकार करने के लिए अपनी पार्टी जदयू के 40 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे शराबबंदी का प्रचार प्रसार करने को कहा है. जदयू के प्रदेश परिषद की बैठक को आज सम्बोधित करते हुए नीतीश ने कहा कुछ बुद्धजीवी जो कि अपने एक-दो पैग के कोटा से वंचित हो गए हैं और बिहार में शराबबंदी के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं. नीतीश ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से शराबबंदी के पक्ष में दुष्प्रचार का प्रतिकार जोरशोर से करनेे की अपील की. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में बोलने की शक्ति बहुत महत्व रखती है. शराबबंदी और ‘सुशासन’ के कार्यक्रम के पक्ष में अपने होंठ को अधिक शक्ति के साथ चलाएं, जो कि राष्ट्र की आवाज बन चुके हैं.

वरिष्ठ पार्टी नेता भी थे मौजूद

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के राज्य नेतृत्व से शराबबंदी और ‘सात निश्चय’ के पक्ष में गांधी जयंती के अवसर पर ‘प्रभात फेरी’ और ‘संकल्प सभा’ निकालने को कहा. उन्होंने इसके लिए जदयू के 1.5 लाख सक्रिय कार्यकर्ताओं के लिए शिविर और उन्मुखीकरण कार्यक्रम चलाने को कहा. इस अवसर पर उपस्थित जदयू के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने नीतीश के इस कथन पर आगामी दो अक्तूबर से इन कार्यक्रमों की शुरुआत किए जाने की घोषणा कर दी. इस मौके पर जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव, पार्टी के कई मंत्री, संसद सदस्य, विधायक, पार्षद और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे.

आगामी 2 अक्तूबर को अधिसूचित हो जायेगा कानून

अपने भाषण के शुरुआत में नीतीश ने शराबबंदी के असर को लेकर ‘वास्तविकता की जांच’ शीर्षक से मीडिया में आयी उन खबरों जिसमें यह उजागर किया गया है कि सुधा डेयरी की दुकानें खोले जाने के प्रस्ताव को स्वीकार करने वालों की संख्या नगण्य है, पर कहा कि अगर उन्होंने उनकी इस पेशकश का फायदा नहीं उठाया तो उसमें उनका क्या दोष है. उन्होंने कहा कि किसी की शराबबंदी के असर के वास्तविकता की जांच की जांच में रुचि है तो वे प्रदेश के गांवों में जाएं और देखें कि महिलाएं और शराबबंदी के पूर्व जो भी शराब पीते थे उनके परिवार कितना प्रसन्न हैं. नीतीश ने कहा कि शराब कानून में संशोधन को आगामी 2 अक्तूबर को अधिसूचित कर दिया जाएगा.

कार्यकर्ताओं को सचेत रहने की सलाह

उन्होंने जदयू कार्यकर्ताओं से प्रदेश की सुशासन के कार्यक्रम के तहत महागठबंधन सरकार के आगामी पांच वर्षों के सात निश्चय को लोगों के बीच प्रचारित करने की अपील की. नीतीश ने कहा कि वे ‘गठबंधन धर्म’ का सच्ची भावना से पालन करते हैं और चाहे वह सात निश्चय हो या फिर शराबबंदी, किसी भी नीतिगत निर्णय के पूर्व अपने घटक दलों राजद एवं कांग्रेस के नेतृत्व से संपर्क करते हैं. उन्होंने प्रदेश में कानून का राज कायम होने का दावा करते हुए जदयू कार्यकर्ताओं से दशहरा, दीवाली, छठ और मुहर्रम के अवसर पर अफवाह फैलाने वालों के प्रति सचेत रहने को कहा.

शरद ने किया भाजपा पर हमला

जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने बिहार में शराबबंदी के लागू किए जाने की प्रशंसा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने प्रदेश में जो शराबबंदी लागू की है, वह न केवल राज्य बल्कि पार्टी के हित में भी है. उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से इसे प्रभावकारी ढंग से लागू करने के लिए काम करने पर जोर देते हुए कहा कि शराबबंदी जोर पकडने पर पार्टी का भी आधार बढ़ेगा. शरद ने केंद्र की राजग सरकार पर प्रभार करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार सकल घरेलू उत्पाद के 7.5 प्रतिशत होने का दावा कर रही है बल्कि सच्चाई यह है कि मध्यम वर्ग उनकी नीति से सबसे अधिक प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश का विरोध किया था पर वह किए गए अपने सभी वादों को भूल गयी है तथा अब उसने खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश के लिए द्वार खोल दिए हैं.

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