नालंदा, सोनावां में छापे पर नहीं मिल रहा सुराग

एएसआइ हत्याकांड पटना : एएसआइ रामराज चौधरी की हत्या का राजफास पुलिस के लिए मुश्किल साबित हो रहा है. तीन दिन बाद भी पुलिस का अनुसंधान कयासों पर ही टिका है. कौन आपराधिक गैंग है, जो पुलिस वालों को टारगेट कर रहा है, इसके पीछे क्या कारण है, यह सारे सवाल अब तक अनुत्तरित हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2016 6:31 AM
एएसआइ हत्याकांड
पटना : एएसआइ रामराज चौधरी की हत्या का राजफास पुलिस के लिए मुश्किल साबित हो रहा है. तीन दिन बाद भी पुलिस का अनुसंधान कयासों पर ही टिका है. कौन आपराधिक गैंग है, जो पुलिस वालों को टारगेट कर रहा है, इसके पीछे क्या कारण है, यह सारे सवाल अब तक अनुत्तरित हैं.
फिलहाल एसआइटी का मानना है कि घटना को नालंदा के अापराधिक गैंग ने अंजाम दिया है. पुलिस इस बिंदु पर काम कर रही है. सोमवार को एसएसपी पूरे दिन रंगदारी सेल में जमे रहे. एसआइटी की पूरी टीम मौजूद रही. उन दारोगाओं को भी बुलाया गया, जो पहले रंगदारी सेल में काम कर चुके हैं, अब दूसरी जगह पोस्टिंग है. इस घटना का खुलासा पुलिस के लिए चुनौती बन गयी है. खास बात है कि इस केस में हत्यारे को पकड़ने के साथ सर्विस रिवाल्वर भी बरामद करना है. ऐसे में बिना कोई ठोस सुराग मिले अधिकारी मीडिया के सामने मुंह नहीं खोल रहे हैं. मालूम हो कि शनिवार को कटिहार स्थित घर जाने के दौरान तेल्हाड़ा के एएसआइ रामराज चौधरी की अपराधियों ने हत्या कर दी थी.
दनियावां में दो जगहों पर खंगाला गया फुटेज
एसपी ग्रामीण सोमवार को दनियावां पहुंचे. सूत्रों के अनुसार यहां से भी दो जगहों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. एसपी ग्रामीण ने वहां से हार्ड डिस्क भी अपने कब्जे में लिया है. इसके अलावा हिलसा बाजार से जो फुटेज लिया गया है, उसकी भी जांच बारीकी से की जा रही है. पुलिस मिलान कर रही है कि हिलसा और दनियावां में जो संदिग्ध दिख रहे हैं, वे एक ही हैं या अलग-अलग. अगर यहां से कुछ क्लू मिलता है, तो पुलिस घटना का जल्द खुलासा कर सकती है.

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