पटना : सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन जस्टिस मार्कंडेय काटजूद्वारा कश्मीर को लेकर बिहार का मजाक उड़ाये जाने पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेटे एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया दी है. तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में कहा है कि काटजू जी, बिहार ने देश को अच्छे और बुरे वक्त में रास्ता दिखाया है.
Katju Ji, Bihar may lack resources but tht doesn't mean anyone can lambast it. Bihar has always shown the way to country in good & bad times
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 27, 2016
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने अपनेएकअन्य ट्वीट में कहा है कि बिहारभगवानबुद्ध,भगवान महावीर,गुरु गोविंद सिंहऔर देवी माता सीता समेत अन्य सुफी संतों कीपवित्रभूमि रही है. बिहार में चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, विक्रमादित्य और शेर शाह सूरी जैसे शासकों नेशासन किया है. तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार आर्यभट्ट और चाणक्य जैसे विद्वानों का घर रहा है. बिहार के चंपारण सत्याग्रह कोकभी नहीं भूला जा सकता है. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगोंकी कार्यक्षमता, बुद्धि व हिम्मत पर कभीउंगली नहीं उठाया जा सकता है. यहां के लोगों में किसी भी परिस्थिति से लड़ने की भरपूर क्षमता है.
काटजू के बयान का जेडीयू ने किया विरोध
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने काटजू के विवादित पोस्ट पर बोलते हुए कहा कि हे प्रभु इन्हें माफ कर दो. नीरज कुमार ने कहा है कि काटजू नहीं जानते कि ये कौन सा अपराध कर रहे हैं. स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में बिहार का अविस्मरणीय योगदान रहा है, साथ ही साथ गांधी के चंपारण सत्याग्रह से लेकर सामाजिक सदभाव के लिए चले आंदोलन में बिहार की अहम भूमिका रही है. ऐसी स्थिति में बिहार के विरासत को बिना जाने जस्टिस काटजू द्वारा की गयी टिप्पणी काफी अशोभनीय है.
वहींभाजपा नेता नंद किशोर यादव ने पहले तो जस्टिस काटजू के टिप्पणी को तवज्जो ही नहीं दी. हालांकि उन्होंने कहा कि कश्मीर को लेकर विवादित बयान देना किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है और कश्मीर के साथ बिहार का नाम जोड़ना बिहार का अपमान करना है. इसके लिए बिहार किसी हालत में काटजू को माफ नहीं करेगा.
उल्लेखनीय है कि काटजू ने कश्मीर को लेकर ट्विटर और फेसबुक पर विवादित टिप्पणी की है. काटजू ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि पाकिस्तान के लिए ऑफर है, अगर उसे कश्मीर चाहिए तो उसके साथ बिहार को भी लेना होगा. काटजू के इस तरह के विवादित बोल पर बिहार के राजनीतिक दलों में काफी आक्रोश है.