पटना : सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और हमेशा विवादास्पद बयान देकर विवादों में घिरे रहने वाले जस्टिस मार्कंडेय काटजू को करारा जवाब मिला है. बिहार के जदयू प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने काटजू के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया है. जानकारी के मुताबिक काटजू पर एफआईआर 124 ए बी और आईपीसी की धारा 66 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है. काटजू द्वारा अपने फेसबुक पेज पर किये गये विवादित पोस्ट से आहत होकर जदयू नेता ने काटजू के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है. गौरतलब हो कि उरी में आतंकी हमले के बाद जहां देश गुस्से में उबल रहा था वहीं दूसरी ओर काटजू अपने फेसबुक पेज पर विवादास्पद टिप्पणी कर रहे थे. काटजू की इस टिप्पणी से पूरे देश में राजनीतिक बवाल मच गया. खासकर बिहार के लोगों में इस बयान को लेकर काफी तीखी प्रतिक्रिया है.
नीरज कुमार ने दर्ज कराया मुकदमा
जस्टिस काटजू पर देशद्रोह का केस दर्ज करने के लिये पुलिस को दिये आवेदन में जदयू विधान पार्षद नीरज कुमार ने जिक्र किया है कि काटजू का विवादित पोस्ट राष्ट्रीय एकता को कमजोर करने वाली भाषा है वहीं बिहारी जनमानस के प्रति घृणा का द्योतक है. काटजू के बयान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि कुछ लोगों को छपास की बीमारी है.कुछ लोग बैठे-बैठे बिहार का माई-बाप बनने की फिराक में लगे रहते हैं. नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार का अपना गौरवशाली इतिहास रहा है और बिहार का कोई मालिक नहीं जो किसी देश के साथ बिहार को देने की बात करे.
सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ
नीरज कुमार द्वारा काटजू पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद सोशल मीडिया पर इसके लिये उनकी काफी सराहना हो रही है. वहीं काटजू की आलोचना जारी है. लोगों ने नीरज कुमार द्वारा मुकदमा दर्ज कराये जाने पर उन्हें साधुवाद देते हुए कहा है कि संभवतः किसी सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत जज पर राजद्रोह का मुकदमा करने वाले नीरज कुमार पहले व्यक्ति हैं. वहीं कई लोग काटजू को उचित सजा मिलने की बात कह रहे हैं. काटजू ने फेसबुक पर लिखा था कि एक शर्त पर हम आपको कश्मीर देंगे, उसके साथ आपको बिहार भी लेना होगा. ये एक पैकेज डील है , या तो दोनों अन्यथा कुछ नहीं. काटजू ने इस पोस्ट में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र किया था.