पटना : हिंदुस्तानी अवाम मोरचा (सेकुलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शराबबंदी पर पटना हाइकोर्ट के फैसले का सम्मान किया है. उन्होंने कहा कि शराब बंदी कानून शुरू से ही नाटक मात्र था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी की घोषणा की थी. उसे लागू करने के लिए शराबबंदी कानून का नाटक कर रहे थे. वह दिखावे में जनता को अपने वादा पूरा करने के लिए शराबबंदी का डिफॉल्टर कानून बनाये. मांझी ने कहा कि हम शराबबंदी के पक्ष में हैं. शराब का सही मात्र में सेवन, दवा के रूप में उसकी योग्यता और धार्मिक अनुष्ठानों में शराब का उपयोग कोई गलत नहीं है.
जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी का वातावरण बनना चाहिए, पर इस तरह के कठोर कानून से शराबबंदी लागू करना यह कहीं से उचित नहीं है. यह तो नीतीश कुमार का पाप है, जिन्होंने दस सालों से गांव-गांव में शराब की दुकान खुलवाया. इसके कारण हजारों केश मुकदमें हुए, हजारों लोग जेल गये, कितनों का घर उजड़ गया. आज वह अपने पापों को धोने का नाटक मात्र कर रहे हैं. शराबबंदी के नाम पर पुलिस की अत्याचार बढ़ गयी थी. पैसे वाले पकड़े जाने पर छूट जाते थे और गरीब बेचारा फंस जाता था.