बिहारी युवा को सेना में अधिकारी बनाने के लिए दी जा सकेगी कोचिंग

पटना : बिहार के युवाओं को सैन्य अधिकारी के रूप में नियुक्ति के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना हो सकेगी. इसको लेकर राज्यपाल रामनाथ कोविंद के सामने जनरल ऑफिसर कमांडिंग (बिहार-झारखंड) सब एरिया मेजर जनरल एसएस. मामक ने ‘नालंदा डिफेंस फोर्सेज प्रिपेटरी इंस्टीट्यूट’ स्थापित किये जाने के प्रस्ताव पर ‘पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन’ पेश किया. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2016 5:49 AM
पटना : बिहार के युवाओं को सैन्य अधिकारी के रूप में नियुक्ति के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना हो सकेगी. इसको लेकर राज्यपाल रामनाथ कोविंद के सामने जनरल ऑफिसर कमांडिंग (बिहार-झारखंड) सब एरिया मेजर जनरल एसएस. मामक ने ‘नालंदा डिफेंस फोर्सेज प्रिपेटरी इंस्टीट्यूट’ स्थापित किये जाने के प्रस्ताव पर ‘पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन’ पेश किया.
उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं की सैन्य अधिकारी के रूप में नियुक्ति के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यह योजना काफी सार्थक सिद्ध हो सकती है. मेजर जनरल मामक ने बताया कि सैन्य अधिकारी के रूप में नियुक्ति के लिए 10वीं, 12वीं व स्नातक के बाद त्रिस्तरीय प्रशिक्षण का काम हो सकता है. बिहार के छात्र व छात्राओं की प्रतिभा को सैन्य अधिकारी के रूप में नियुक्ति लायक बनाने के लिए सुयोग्य सेवानिवृत्त सेना अधिकारी शिक्षकों के माध्यम से सार्थक प्रयास किये जा सकते हैं. इस मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ इएलएसएन बाला प्रसाद भी मौजूद थे.
इंस्टीट्यूट की स्थापना के लिए शुरुआती तौर पर 30-40 एकड़ जमीन और 25 करोड़ रुपये की जरूरत होगी. उन्होंने इसके बारे में राज्यपाल को विस्तार से जानकारी दी. राज्यपाल ने मेजर जनरल मामक के प्रस्ताव की प्रशंसा की और इसपर सार्थक पहल किये जाने की आवश्यकता बतायी.

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