रावणवध: डीएम ने गांधी मैदान का किया निरीक्षण, दिया निर्देश एक बजे से इंट्री, जांच के बाद प्रवेश

पटना: रावणवध कार्यक्रम के दिन गांधी मैदान एक बजे से खोल दिया जायेगा. इसके बाद आम लोग इंट्री ले सकेंगे. सभी को गहन जांच के बाद ही प्रवेश मिलेगा. आम लोगों से अपील की गयी है कि वे अपने साथ किसी तरह के बैग या फिर वस्तु न लाएं. सभी को मेटल डिटेक्टर से होकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2016 2:07 AM
पटना: रावणवध कार्यक्रम के दिन गांधी मैदान एक बजे से खोल दिया जायेगा. इसके बाद आम लोग इंट्री ले सकेंगे. सभी को गहन जांच के बाद ही प्रवेश मिलेगा. आम लोगों से अपील की गयी है कि वे अपने साथ किसी तरह के बैग या फिर वस्तु न लाएं. सभी को मेटल डिटेक्टर से होकर गुजरना पड़ेगा. इंट्री छोटे गेट से होगी. वहीं, निकासी के समय बड़े गेटों को खोला जायेगा.
यह फैसला डीएम एसके अग्रवाल ने शनिवार को गांधी मैदान के निरीक्षण के दौरान किया. वह एसएसपी मनु महाराज, सिटी एसपी चंदन कुशवाहा, ट्रैफिक एसपी प्राणतोष कुमार दास व अन्य पदाधिकारियों के साथ रावणवध कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करने गांधी मैदान पहुंचे थे. उन्होंने कार्यक्रम स्थल के साथ-साथ सभी प्रवेश व निकास द्वारों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कार्यपालक अभियंता को सभी नालों को ढंकने का आदेश दिया. मैदान के अंदर कई जगहों पर केबल के तार लटके हुए हैं, जिसे रविवार तक हटा लेने को कहा गया.
बिजली की हो व्यवस्था : गांधी मैदान में कई पेड़ झुके हुए हैं, जिसे कटवाने के निर्देश दिये गये हैं. नूतन राजधानी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी को सभी हाइमास्ट लाइट को ठीक करने को कहा गया है. गांधी मैदान के अंदर रोशनी की व्यवस्था की भी समीक्षा की गयी. मैदान के अंदर और बाहर, खास कर निकास द्वारों पर उचित रोशनी की व्यवस्था की जिम्मेवारी भी नूतन राजधानी अंचल, भवन निर्माण विभाग और विद्युत प्रमंडल को सौंपी गयी हैं. उन्हें किसी भी परिस्थिति में कार्यक्रम के दौरान बिजली बाधित न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है.
चार जोनों में बंटा गांधी मैदान : विधि व्यवस्था की दृष्टि से गांधी मैदान को चार भागों में बांटा गया है. प्रत्येक जोनों को अपर जिला दंडाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक के जिम्मे दिया गया है. सभी प्रभारी को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि उनके जोन में हर तरह की तैयारी कार्यक्रम से पहले हो जाये. डीएम ने निरीक्षण में गड्ढों को भीड़ के लिए खतरनाक बताया. उन्होंने भवन निर्माण विभाग को सभी गड्ढों को अविलंब भरने के निर्देश दिये.

Next Article

Exit mobile version