17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

करेंट से दो युवकों की मौत, दो घायल, हंगामा

मूर्ति विर्सजन. नवमी की रात दीघा के मैनपुरा देवी स्थान के समीप की घटना, चप्पल ने बचायी दो की जान पटना : नवमी की रात करेंट की चपेट में आने से दो युवक मनीष रंजन व सुबोध पोद्दार की मौत हो गयी. जबकि, बैंड बाजा संचालक राजकुमार व राजा गंभीर रूप से झुलस कर घायल […]

मूर्ति विर्सजन. नवमी की रात दीघा के मैनपुरा देवी स्थान के समीप की घटना, चप्पल ने बचायी दो की जान
पटना : नवमी की रात करेंट की चपेट में आने से दो युवक मनीष रंजन व सुबोध पोद्दार की मौत हो गयी. जबकि, बैंड बाजा संचालक राजकुमार व राजा गंभीर रूप से झुलस कर घायल हो गये. दोनों का इलाज कुर्जी के निजी अस्पताल में चल रहा है, जहां दोनों की हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है. वहीं, मनीष कुमार व सुबोध को भी अस्पताल लाया गया था. लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. मनीष मूल रूप से बिहारशरीफ का रहनेवाला है.
परिजन उसके शव को बिहारशरीफ के देखपुरा गांव लेकर चले गये है. उसके पिता रोशनलाल मकान मिस्त्री का काम करते है. जबकि, सुबोध राजकुमार व राजा एक्स टीटीआइ दीघा मैनपुरा के ही रहनेवाले है. सुबोध शादीशुदा है और उसका एक बच्चा भी है. सुबोध के पिता राधे पोद्दार भी छोटा-मोटा काम कर जीवनयापन करते है. घटना के बाद लोगों ने थोड़ी देर हंगामा भी किया. .
डीजे के ठेले को ठेलने के क्रम में सटा बिजली के तार से : बताया जाता है कि दीघा में देवी स्थान मां जानकी मंदिर के समीप ही मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गयी थी. सभी की योजना थी कि दसवीं को सुबह में प्रतिमा को विर्सजित कर दिया जाये. इसके लिए तैयारी नवमी की रात से ही शुरू हो गयी थी. राजकुमार का आकाश बैंड व आसमां म्यूजिकल ग्रुप है. उसी में राजा, मनीष काम करते है, जबकि सुबोध स्थानीय युवक है और उसकी राजकुमार से जान-पहचान थी. वे लोग बैंड को ठेलते हुए मंदिर की ओर जा रहे थे.
इसी बीच देवी मंदिर के समीप 11 हजार केवीए के बिजली के तार में डीजे ठेला का ऊपरी हिस्सा सट गया और चारों को काफी जोरदार करेंट लगा. चारों वहीं गिर गये और अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. किसी तरह फोन कर बिजली ऑफ करायी गयी और चारों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां सुबोध व मनीष को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. जबकि, राजकुमार व राजा की जान बच गयी. राजकुमार व मनीष रिश्तेदार भी है. दूसरी ओर बिजली कटने के बाद डीजे के ठेला को भी साइड किया गया.
खुशी का माहौल मातम में बदला : घटना के बाद दीघा मैनपुरा इलाके में मातम छा गया. मनीष और सुबोध के घर में कोहराम मच गया. मनीष के पिता राधे पोद्दार व मनीष के पिता रोशन लाल व अन्य परिवार के सदस्य गश खा कर गिर रहे थे. लोग किसी तरह से उन लोगों को संभाल रहे थे.
खाली पैर थे मनीष और सुबोध
बताया जाता है कि राजकुमार व राजा ने चप्पल पहन रखी थी. जबकि, मनीष व सुबोध खाली पैर थे. सड़क किनारे मिट्टी भी गिली थी. जैसे ही करेंट प्रवाहित हुई, तो राजकुमार व राजा को काफी जोरदार झटका लगा और वे फेंका गये. जबकि, सुबोध व मनीष को और भी जोरदार झटका लगा और कुछ देर के लिए उसमें सट गये. जिसके कारण उन दोनों की जान चली गयी. राजकुमार की पत्नी मालती देवी व बड़े भाई शंकर ने बताया कि राजकुमार व राजा की हालत में सुधार है.
करेंट लगने से ही दोनों युवकों की मौत हुई है और दो का इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि करेंट लगने से ही यह घटना हुई थी़
डॉ मो शिबली नोमानी, डीएसपी, विधि व्यवस्था, पटना
पटना. कंकड़बाग व जक्कनपुर थाने के बॉर्डर पर चिरैयाटांड़ पुल के ऊपर लावारिस हालत में छात्र सत्यजीत उर्फ राहुल राज (दलदली रोड, जनक किशोर रोड निवासी) का शव मंगलवार की सुबह मिला.
राहुल के नाक में चोट था और कमर पर काला निशान था. हालांकि, उसके कपड़े, मोबाइल व अन्य सामान जस-के-तस थे. जानकारी मिलने पर पुलिस ने शव को बरामद कर लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. छात्र के पिता विनोद सर्राफ चालक का काम करते है. वे किसी डॉक्टर की गाड़ी चलाते है. राहुल के परिजनों ने हत्या की आशंका जतायी है. राहुल के चाचा संतोष सर्राफ ने बताया कि यह मामला पूरी तरह से हत्या का है. अगर सड़क दुर्घटना भी होती, तो उसके दोस्तों को यह बात बताना चाहिए थी.
लेकिन, किसी ने उन लोगों को खबर तक नहीं की. साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि अगर सड़क दुर्घटना हुई होती, तो उसे शरीर के अन्य अंगों में चोट लगनी चाहिए थी. उसके कपड़े भी सही सलामत थे. उन्होंने उसके दोस्त बिट्टू (बंपर टोला, भट्टाचार्या रोड) व एकांश (दलदली रोड) को खोजा, तो वे अपने घर में नहीं थे. इसका मतलब है कि वे सारी बातें जानते है. चाचा ने एकांश व बिट्टू के साथ ही उसके अन्य दोस्तों पर हत्या करने का शक जताया है. उसका शरीर ऐसे था, जैसे किसी ने लाकर रख दिया हो.
पिता से पैसे लेकर घूमने गया था सत्यजीत : पिता विनोद सर्राफ से पैसे लेकर सत्यजीत अपने दोस्तों के साथ नवमी की रात सात बजे घूमने निकला था. उसके दोस्त एकांश व बिट्टू करीब छह बजे उसके घर पहुंचे थे और ले गये थे. उन लोगों के साथ एक दर्जन बाइक पर अन्य युवक भी थे.
इसके बाद सत्यजीत की करीब 2.30 बजे रात में अपने पिता से बात हुई थी कि वे लोग सगुना मोड़ पर है. इसके बाद सुबह में किसी अनजान ने मोबाइल से फोन कर बताया कि आपका बेटा चिरैयाटांड़ पुल पर मृत पड़ा है. इसके बाद परिजन वहां पहुंचे और अस्पताल भी ले गये. लेकिन, चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पटना : बुद्धा कॉलोनी थाने के उत्तरी मंदिरी में टेंपो चालक अमित पंडित की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी. अमित की पत्नी शांति व ससुरालवालों का कहना है कि उसने फांसी का फंदा लगा कर खुदकुशी कर ली. लेकिन, अमित के पिता सुरेश पंडित ने हत्या की आशंका जताते हुए पत्नी शांति देवी, श्वसुर रघुनाथ पंडित, साला कल्लू पंडित व मोहन पंडित को नामजद आरोपित बनाया है. बुद्धा कॉलोनी थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.
पुलिस ने जब पत्नी शांति देवी से पूछताछ की, तो उसने बताया कि वह अपने कुछ दूरी पर स्थित अपने मायके गयी थी और दस अक्तूबर की रात्रि ही उन्होंने खुदकुशी कर ली. वह जब 11 अक्तूबर को लौटी, तो फांसी के फंदे में उसे लटका हुआ पाया. इधर, पुलिस ने एफएसएल की टीम से घटनास्थल की जांच करायी है. डीएसपी विधि व्यवस्था डाॅ मो शिबली नोमानी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. एफएसएल से भी जांच करायी गयी है. जांच रिपोर्ट के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो सकती है. उन्होंने बताया कि पत्नी, सास-ससुर, साला के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.
बताया जाता है कि अमित व उसका पूरा परिवार दीघा के एक्स टीटीआइ कॉलोनी में रहता है. हालांकि वे मूल रूप से शाहजहांपुर, पटना के निवासी हैं. अमित के पिता सुरेश पंडित ने जो लिखित शिकायत पुलिस से की है, उसके अनुसार उसका बेटा यह जानकारी देता था कि उसकी पत्नी का किसी और से संबंध है. जिससे वह मायके से घर नहीं आना चाहती थी. तीन माह पूर्व भी उनमें झगड़ा हुआ था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें