पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि 50 साल पहले राममनोहर लोहिया ने स्वच्छता और खुले में शौच का जो मुद्दा उठाया था समाजवादी तो उसे पूरा नहीं कर पाएं मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे जरूर पूरा कर रहे हैं. लोहिया ने कहा था कि पंडित नेहरू अगर गांव और शहरों में शौचालय बना दें तो वे उनका विरोध करना छोड़ देंगे, क्या 2019 तक देश के सभी घरों में शौचालय बनाने का लक्ष्य रखने वाले नरेंद्र मोदी का नीतीश कुमार और उनके साथी विरोध करना छोड़ देंगे.
आजीवन गैर कांग्रेसवाद की बात करने वाले लोहिया के अनुयायियों ने आज कांग्रेस को गले लगा कर लोहिया के सपनों का गला घोंट दिया है. मोदी ने कहा कि बिहार में पिछले 25 सालों से लोहिया के अनुयायियों राजद व जदयू की सरकार रही हैं. नीतीश कुमार बतायें कि आज भी ग्रामीण बिहार के 73 प्रतिशत घरों में शौचालय क्यों नहीं है. क्या खुले में शौच के कारण ही बड़ी संख्या में बिहार के बच्चे हर साल डायरिया व अन्य बीमारियों की चपेट में नहीं आते हैं.
राजधानी पटना से सटे परसा बाजार थाने के शाहपुर गांव में शौचालय बन गया होता तो नौवीं की एक छात्रा की गैंग रेप और हत्या नहीं हुई होती. चालू वित्तीय वर्ष में 41 लाख शौचालय बनाने के लक्ष्य के विरुद्ध छह महीने में मात्र 55 हजार ही क्यों बने हैं. क्या राज्य सरकार अगले ढाई साल में डेढ़ करोड़ शौचालय का निर्माण करा पायेगी.