खेल-कूद को सरकार देगी बढ़ावा : नीतीश

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सरकार प्रदेश में खेल-कूद को बढ़ावा देगी. इसके लिए खेल संघों को भरपूर सहयोग दिया जायेगा. सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए कैलेंडर भी तैयार किया है. शुक्रवार को पाटलिपुत्र स्पोर्ट्सकॉम्प्लेक्स पटना में तीन दिवसीय नेशनल सब जूनियर जूडो चैंपियनशिप 2016-17 का उद्घाटन करते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2016 6:12 AM
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सरकार प्रदेश में खेल-कूद को बढ़ावा देगी. इसके लिए खेल संघों को भरपूर सहयोग दिया जायेगा. सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए कैलेंडर भी तैयार किया है. शुक्रवार को पाटलिपुत्र स्पोर्ट्सकॉम्प्लेक्स पटना में तीन दिवसीय नेशनल सब जूनियर जूडो चैंपियनशिप 2016-17 का उद्घाटन करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि रेलवे की तरह हमने बिहार में खेल को बढ़ावा देने के लिए सभी प्रयास किये हैं. खेल-कूद को बढ़ावा देने के लिए नीति बनी है. उन्होंने खेल संघों को अपना कार्य सही से करने का निर्देश दिया. खेल संघों को अपना हिसाब, किताब भी सही से रखने को कहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जूडो के विस्तार एवं विकास के लिए बिहार में अपार संभावना है. बिहार का सही चित्र बाहर नहीं जा पाता है, खासकर नारी शक्ति और महिला सशक्तीकरण के लिए जो काम यहां हुए हैं, उनकी सही तसवीर बाहर नहीं जा पा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पहला राज्य है, जिसने पंचायती राज्य संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया है. कुछ राज्य इसका अनुकरण कर रहे हैं. केंद्र सरकार भी इसका अनुकरण करने के लिए विचार कर रही है.
उन्होंने कहा कि बिहार में लड़कियों को सभी सरकारी सेवा में 35 प्रतिशत का आरक्षण भी दिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम सरकार में आये थे तो 9 वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या एक लाख 70 हजार थी, जो आज बढ़कर आठ लाख 15 हजार हो गयी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार राज्य जूडो संघ के अध्यक्ष सूर्यदेव त्यागी के आमंत्रण पर यहां आया हूं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के इस धरती का मार्शल आर्ट से बहुत पुराना लगाव है.
इसकी शुरुआत बुद्धकाल में हुआ. बिहार में इसके विकास के लिए काफी प्रयास किया गया है. उन्होंने कहा कि बिहार में लड़कियों के शिक्षा को बढ़ावा देन के लिए काफी कार्य किये गये हैं. पहले लड़कियां पांचवीं कक्षा के बाद मध्य विद्यालय गरीबी के कारण नहीं जा पाती थी. छठी कक्षा में पढ़ रही लड़कियों को ठीक ढंग के वस्त्र की आवश्यकता होती है. इसे देखते हुए हमने मध्य विद्यालय में पढ़ रही लड़कियों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत की.
ताकि लड़कियां पढ़ाई के लिए स्कूल आ सके. इसका इतना प्रभाव पड़ा कि एक साल में ही मध्य विद्यालयों में लड़कियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई. उच्च विद्यालयों में लड़कियों की संख्या बढ़ाने के लिए लड़कियों के लिए साइकिल योजना की शुरुआत की गयी. उन्होंने कहा कि पटना शहर में, गया में, मुजफ्फरपुर में भी लड़कियां साइकिल चलाते नहीं दिखती थी.
साइकिल योजना लागू होने के बाद गांव-गांव से लड़कियां समूह में साइकिल से स्कूल जाने लगी. इससे पूरा वातावरण ही बदल गया. लड़कियों की सुरक्षा को लेकर फिर भी कुछ लोग छिंटाकशी करते थे. उसी समय हमने कहा कि लड़कियों को मार्शल आर्ट, जूडो कराटे की ट्रेनिंग देंगे और स्कूलों में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग शुरू हो गयी. उन्होंने कहा कि बिहार में स्कूलों में बच्चों को मार्शल आर्ट की मिल रही ट्रेनिंग का प्रदर्शन होना चाहिये.
उन्होंने कहा कि साइकिल योजना से लड़कियों के अरमानों को पंख लग गये, उनमें आत्मविश्वास आया. मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेने के बाद उनका हौसला इतना बुलंद हो गया है कि उसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने सब जूनियर जूडो चैंपियनशिप 2016-17 में आये सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि तीन दिनों की इस चैंपियनशिप सफलतापूर्वक संचालित होगा. किसी के मन में कोई शिकायत नहीं हो, कला संस्कृति एवं युवा विभाग इसका पूरा ख्याल रखेगा.
इस अवसर पर कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री शिवचंद्र राम, विधायक भाई वीरेंद्र, बिहार राज्य जूडो संघ के अध्यक्ष सूर्यदेव त्यागी, भारतीय जुडो संघ के अध्यक्ष मुकेश कुमार शर्मा, भारतीय जुडो संघ के महासचिव एमएम जयसवाल ने भी संबोधित किया. मुख्यमंत्री को बिहार राज्य जुडो संघ की तरफ से प्रतीक चिह्न भेंट की गयी.

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