बिहार बोर्ड : मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका में अंकों की हेराफेरी, 703 शिक्षक जांच के घेरे में

पटना : मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन में गड़बड़ी करनेवाले शिक्षकों की सूची तैयार कर ली गयी है. प्रदेश भर के 703 शिक्षक को चिह्नित किया गया हैं, जो मूल्यांकन में गड़बड़ी करने में शामिल थे. इन शिक्षकों की सूची बिहार विद्यालय परीक्षा समिति तैयार कर रही है. सूची में जिन शिक्षकों के नाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2016 7:53 AM
पटना : मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन में गड़बड़ी करनेवाले शिक्षकों की सूची तैयार कर ली गयी है. प्रदेश भर के 703 शिक्षक को चिह्नित किया गया हैं, जो मूल्यांकन में गड़बड़ी करने में शामिल थे. इन शिक्षकों की सूची बिहार विद्यालय परीक्षा समिति तैयार कर रही है. सूची में जिन शिक्षकों के नाम शामिल हैं, उन शिक्षकों को पहले कारण बताओ नोटिस भेजा जायेगा. इन शिक्षकों पर मूल्यांकन दौरान अंकों की हेराफेरी, अधिक को कम व कम को अधिक करने व उत्तर पुस्तिकाओं के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप है.
मूल्यांकन केंद्रों से मंगवाये गये सारे डाॅक्यूमेंट : मैट्रिक की स्क्रूटनी के दौरान जिन उत्तर पुस्तिकाओं में गड़बड़ी पायी गयी थी. उन उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में शामिल तमाम शिक्षकों के नाम उनके विषय के साथ सारे मूल्यांकन केंद्रों से मंगवाया गया है. मूल्यांकन केंद्र से शिक्षकों के नाम आने के बाद अब सूची तैयार की जा रही है. किस शिक्षक ने किस दिन और कौन से नंबर की उत्तर पुस्तिका की जांच की हैं, यह सारा इकट्ठा कर लिया गया है. इसके अलावा शिक्षकों की मूल्यांकन केंद्रों पर उपस्थिति प्रपत्र भी समिति कार्यालय के पास है.
स्क्रूटनी में पकड़ में आये थे शिक्षक : शिक्षकों की लापरवाही और गलत मूल्यांकन की जानकारी समिति कार्यालय को स्क्रूटनी के दौरान पता चला. रिजल्ट खराब होने के बाद छात्रों ने स्क्रूटनी के लिये आवेदन किया. जब उत्तर पुस्तिका निकाला गया और दूसरे शिक्षकों से उसकी जांच करवायी गयी, तो पता चला कि उत्तर पुस्तिकाओं में अंकों की गड़बड़ी और हेराफेरी की गयी है.
सैकड़ों उत्तर पुस्तिकाओं के अंकों में भारी अंतर : स्क्रूटनी के दौरान सात साै से अधिक उत्तर पुस्तिका ऐसे मिले, जिनमें अंकाें का काफी अंतर पाया गया था. स्क्रूटनी के दौरान ऐसे उत्तर पुस्तिका सामने आयी. जिसमें मूल्यांकन के दौरान शिक्षकों ने पांच अंक दिये. लेकिन, जब स्क्रूटनी हुई, तो छात्र को 54 अंक मिले. जो छात्र पहले फेल हाे चुके थे, वो स्क्रूटनी के बाद पास हो गये. शिक्षक की लापरवाही के कारण ऐसे सैकड़ों छात्र फेल हो गये, जिन्हें अच्छे अंक मिले थे.
शिक्षक हिंदी के और कॉपी जांच ली गणित की
गड़बड़ी करने में ऐसे भी शिक्षक पकड़ में आये हैं, जो शिक्षक तो हिंदी विषय के हैं. लेकिन, उन्होंने गणित की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन किया. वहीं, सामाजिक विज्ञान वाले शिक्षक ने विज्ञान की उत्तर पुस्तिका की जांच की. ऐसे शिक्षकों की भी सूची तैयार की गयी है. ऐसे शिक्षक की संख्या 50 के लगभग है, जिन्होंने अपने विषय में नहीं, बल्कि दूसरे विषय की उत्तर पुस्तिका की जांच की.
कदाचार जांच समिति ने कहा, नहीं दिया अंक
जिन उत्तर पुस्तिकाओं में पांच अंक से अधिक की बढ़ोतरी स्क्रूटनी के दौरान हुई थी. ऐसे उत्तर पुस्तिकाओं को कदाचार जांच समिति के पास भेजी गयी थी. कदाचार जांच समिति ने जांच पूरी कर ली है. जांच में पता चला है कि शिक्षकों के गलत मूल्यांकन और लापरवाही के कारण अधिकांश छात्रों को अंक नहीं दिये गये. ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई करने की अनुशंसा भी कदाचार जांच समिति की अोर से बिहार बोर्ड को किया गया है.
ऐसे शिक्षक होंगे ब्लैक लिस्टेड
जिन शिक्षकों ने मूल्यांकन में गड़बड़ी की है, जिनके कारण छात्रों को नुकसान हुआ है. ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई की जायेगी. समिति की ओर से ऐसे शिक्षक ब्लैक लिस्टेड होंगे. शिक्षकों की सूची तैयार कर ली गयी है.
अानंद किशोर, अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति

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