20 मिनट में 20 डाॅक्टरों ने रख दिया एथिकल कमेटी को अपना पक्ष
पटना : सवा पांच बजे से सुनवाई शुरू और पांच बज कर पैंतीस मिनट में सुनवाई खत्म. इस 20 मिनट के दौरान 20 डाॅक्टरों ने अपना पक्ष रखा. पक्ष भी इस सवाल पर था की डाॅक्टर दवा कंपनियों से पैसे, फ्लैट और विदेश यात्रा का लाभ लेते हैं. कुछ इसी तरह गंभीर आराेप पर कंकड़बाग […]
पटना : सवा पांच बजे से सुनवाई शुरू और पांच बज कर पैंतीस मिनट में सुनवाई खत्म. इस 20 मिनट के दौरान 20 डाॅक्टरों ने अपना पक्ष रखा. पक्ष भी इस सवाल पर था की डाॅक्टर दवा कंपनियों से पैसे, फ्लैट और विदेश यात्रा का लाभ लेते हैं. कुछ इसी तरह गंभीर आराेप पर कंकड़बाग के राजेंद्र नगर रोड नंबर 11 डी में स्थित बिहार चिकित्सा निबंधन पर्षद के कार्यालय में एथिकल कमेटी द्वारा सुनवाई पूरी हुई.
सोमवार की शाम सवा पांच बजे से होने वाले इस मीटिंग के पहले ही मुख्य सड़क के कोलाहल से दूर दो कमरे के इस पर्षद कार्यालय में काफी गहमागहमी थी. जिन डाॅक्टरों पर आरोप था, उन्होंने अपने प्रतिनिधियों के जरिये अपना पक्ष फाइलों में डालकर भेजा था. अंदर कमरे में पर्षद के रजिस्ट्रार सहजानंद प्रसाद, एथिकल कमेटी के अध्यक्ष अमरकांत झा, सदस्य डॉ सुनील कुमार सिंह और डॉ किरण कुमारी थे. डाॅक्टर और उनके प्रतिनिधि एक-एक कर आये और फिर कमरे में दाखिल हुए. रजिस्ट्रार के अनुसार सभी ने एफिडेविट दिया और टीम के समक्ष अपना-अपना पक्ष रख दिया. आरोपों पर दिये गये जवाब पर 15 से 30 दिनों के अंदर परिणाम आने की संभावना है.
डाॅक्टरों का नाम सार्वजनिक करने से किया इनकार : बिहार चिकित्सा निबंधन पर्षद ने इस मसले पर आरोपित डाॅक्टरों का नाम सार्वजनिक करने से साफ इनकार कर दिया है. जब प्रभात खबर ने एथिकल कमेटी के अधिकारी आैर सदस्यों से सुनवाई के बाद पूछा कि कौन-कौन से डाॅक्टर के नाम इसमें शामिल हैं, तो उन्होंने जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया.
उनका कहना था कि शिकायत के बाद सुनवाई की जा रही है. जब तक अंतिम तौर पर फैसला नहीं आ जाता है, जानकारी देना संभव नहीं है. हालांकि, आरोपित डाॅक्टरों में सात नाक, कान और गला विशेषज्ञ, पांच मेडिसिन, तीन गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, दो फीजिसियन, दाे हड्डी और एक नेत्र विशेषज्ञ के नाम शामिल होने की खबर आ चुकी है. इसमें से सात डॉक्टरों ने नयी दिल्ली में एमसीआइ की टीम के समक्ष भी अपना-अपना पक्ष रख चुके हैं.
उनका कहना था कि शिकायत के बाद सुनवाई की जा रही है. जब तक अंतिम तौर पर फैसला नहीं आ जाता है, जानकारी देना संभव नहीं है. हालांकि, आरोपित डाॅक्टरों में सात नाक, कान और गला विशेषज्ञ, पांच मेडिसिन, तीन गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, दो फीजिसियन, दाे हड्डी और एक नेत्र विशेषज्ञ के नाम शामिल होने की खबर आ चुकी है. इसमें से सात डॉक्टरों ने नयी दिल्ली में एमसीआइ की टीम के समक्ष भी अपना-अपना पक्ष रख चुके हैं.