पटना : जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की खातिर पार्टी की रणनीति पर विचार करने के लिए आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की. एक दिन पहले ही पार्टी की राष्ट्रीय परिषद ने जदयू के नये अध्यक्ष के रूप में नीतीश कुमार के चुनाव को मंजूरी दी थी. बैठक में नीतीश कुमार के अलावा पूर्व अध्यक्ष शरद यादव, पार्टी महासचिव के सी त्यागी, बिहार इकाई के अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह, राज्य सभा सदस्य और नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी आरसीपी सिंह तथा दो वरिष्ठ मंत्रियों बिजेंद्र प्रसाद यादव तथा राजीव रंजन सिंह ललन ने भी भाग लिया.
केसी त्यागी भी बैठक में मौजूद
त्यागी ने पीटीआई से कहा कि बैठक में पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डा. अयूब भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि बैठक में उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए रणनीति के अलावा अन्य राज्यों में पार्टी के विस्तार कार्यक्रम पर भी विचार किया गया. त्यागी ने कहा कि जदयू का मुख्य जोर भाजपा को रोकने का होगा, जैसा उसने पिछले साल बिहार में राजद और कांग्रेस के साथ गठबंधन कर किया था. उन्होंने कहा कि हमारे पार्टी प्रमुख उत्तर प्रदेश में भाजपा तथा आरएसएस को परास्त करने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. कुमार ने कल राजगीर में अपने भाषण में कहा था कि भाजपा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में फायदा उठाने के लिए राम मंदिर के पुराने मुद्दे को फिर से उठाने का प्रयास कर रही है.
यूपी चुनाव को लेकर बैठक
त्यागी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के अन्य संगठन उत्तर प्रदेश चुनाव के मद्देनजर आक्रामक हो रहे हैं. हम धर्मनिरपेक्ष दलों के बीच एकता कायम कर उनके इरादों को नाकाम करने का प्रयास करेंगे. कुमार ने अपनी हालिया उत्तर प्रदेश यात्रा के दौरान राजद नेता अजीत सिंह, बसपा के विद्रोही नेता आर के चौधरी और अन्य नेताओं के साथ मंच साझा किया था.