पीएमसी में नहीं हुई रैगिंग, छात्र ने भी स्वीकारा

पटना: पटना मेडिकल कॉलेज (पीएमसी) में रैगिंग की घटना से प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने इनकार किया है. प्रिंसिपल का दावा है कि बुधवार को इस तरह की कोई घटना कॉलेज कैंपस में नहीं हुई है और न ही स्वास्थ्य मंत्री का रैगिंग को लेकर कोई फोन आया था. डॉ एसएन सिन्हा ने एटॉनोमी विभाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 22, 2016 2:37 AM
पटना: पटना मेडिकल कॉलेज (पीएमसी) में रैगिंग की घटना से प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने इनकार किया है. प्रिंसिपल का दावा है कि बुधवार को इस तरह की कोई घटना कॉलेज कैंपस में नहीं हुई है और न ही स्वास्थ्य मंत्री का रैगिंग को लेकर कोई फोन आया था. डॉ एसएन सिन्हा ने एटॉनोमी विभाग के प्रो के आलम से लेकर फर्स्ट इयर व सीनियर एमबीबीएस छात्रों से पूछताछ की है. साथ ही सीसीटीवी फुटेज
को भी देखा. लेकिन, किसी में रैगिंग का मामला सामने नहीं आया है. प्रिंसिपल ने घटना को अफवाह बताया.
148 छात्रों ने कहा, नहीं हुई रैगिंग : रैगिंग की खबर सुनने के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने सभी एचओडी व एंटी रैगिंग सेल की बैठक बुलायी. सेल में जिन छात्रों के साथ रैगिंग की बात कही गयी, वे छात्र भी पहुंचे. लेकिन, किसी ने घटना को स्वीकार नहीं किया. इतना ही नहीं प्रिंसिपल फस्ट इयर एमबीबीएस छात्रों के कैंपस में भी गये, जहां वीडियो रिकार्डिंग की गयी और क्लास के दूसरे छात्रों से पूछताछ की गयी. इसमें 148 छात्रों ने बताया कि किसी तरह की कोई रैगिंग नहीं हुई है.
रैगिंग को लेकर स्वास्थ्य मंत्री का नहीं आया था फोन : रैगिंग को लेकर स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के फोन संबंधी बात से प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने इनकार कर दिया और कहा कि मंत्री का फोन रैगिंग को लेकर नहीं आया था. प्रिंसिपल ने बताया कि रैगिंग मामले की जब जांच करायी, तो पाया कि कॉलेज परिसर में रैगिंग हुई ही नहीं है. साथ ही सीसीटीवी फुटेज व छात्र भी घटना से इनकार कर रहे हैं.
रैगिंग की खबर जब मैंने सुनी, तो तुरंत जांच को कहा. यहां तक कि मैंने खुद एमबीबीएस के सभी छात्रों से पूछताछ की. लेकिन, सभी ने रैगिंग की बात को झूठा करार दिया. मेरे पास कोई शिकायत भी नहीं आयी है. अगर ऐसा होता, तो मैं तुरंत कार्रवाई करता.
डॉ एसएन सिन्हा, प्रिंसिपल, पीएमसीएच

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