अब खाते से सीधे जमा कर सकेंगे अपना होल्डिंग टैक्स

पटना : अब शहर के लोग घर बैठे सीधे अपने खाते से होल्डिंग टैक्स जमा कर सकेंगे. कैश और कैशलेस दोनों तरह की सुविधा भी मिलेगी. नगर निगम अपने 100 कर संग्राहकों को पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन और अपने सात नागरिक सुविधा केंद्र में सीडीएम (कैश डिपोजिट मशीन) लगाने जा रहा है. शुक्रवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 22, 2016 2:39 AM
पटना : अब शहर के लोग घर बैठे सीधे अपने खाते से होल्डिंग टैक्स जमा कर सकेंगे. कैश और कैशलेस दोनों तरह की सुविधा भी मिलेगी. नगर निगम अपने 100 कर संग्राहकों को पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन और अपने सात नागरिक सुविधा केंद्र में सीडीएम (कैश डिपोजिट मशीन) लगाने जा रहा है. शुक्रवार को मेयर अफजल इमाम की अध्यक्षता वाली नगर निगम ने इस पर अंतिम मुहर लगायी. नगर आयुक्त अभिषेक सिंह के अनुसार 15 दिन के भी इस सुविधा की शुरुआत हो जायेगी.
जानकारी के अनुसार कर संग्रहाक आपके घर पर जायेंगे, तो आप कैश या अपने एटीएम कम डेबिट कार्ड से स्वैप कर पैसा जमा कर सकेंगे. कर संग्राहक उनको जमा पैसे की रसीद भी उपलब्ध करायेंगा. वहीं जो लोग कर संग्रहाक को कैश पैसा देंगे, कर संग्राहक उसी दिन नागरिक सुविधा केंद्र में आकर सीडीएम के माध्यम से पैसा जमा कर देंगे. इससे निगम के खाते में पैसा चला जायेगा. गौरतलब है कि नगर निगम के कर संग्राहक की ओर से लगातार पैसों की गड़बड़ी सामने आ रही है.
नवंबर तक डोर-टू-डोर के लिए निविदा : नगर निगम एक बार फिर डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की सुविधा उपलब्ध करायेगा. इसमें चार पुराने और दो नये अंचल को लेकर छह भाग में निविदा जारी होगी. नगर आयुक्त ने बताया कि निगम कंपनी को रसीद उपलब्ध करायेगा, ताकि निबंधित कंपनी शुल्क वसूल सके. वसूली का पैसा निगम के सेविंग अकाउंट में जमा होगा. तीन माह के बाद निगम को कंपनी से राशि तय करेगा.
छठ बाद 23 मोबाइल शौचालय लगेंगे
नगर निगम छठ बाद 1.10 करोड़ की लागत से 23 मोबाइल शौचालय लगायेगा. गुरुपर्व को लेकर आठ शौचालय छह सीट वाले, चार 10 सीट वाले, 16 एक सीट वाले और पांच दो सीट वाले गांधी मैदान से लेकर शहर के अन्य इलाकों में लगाये जायेंगे.
निगम ने सशक्त स्थायी समिति की बैठक इंकली कंपनी के साथ पर्यावरण की निगरानी और जांच के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किया है. नगर आयुक्त ने बताया कि कंपनी शहर में हर तरह के प्रदूषण की जांच करेगी. कंपनी वायु प्रदूषण में कार्बन, मिथेन व अन्य हानिकारिक गैस के साथ हवा में ऑक्सीजन की प्रतिशतात्मक उपलब्धता का पता लगायेगी.

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