सपा में संकट : बोले लालू, जरूरत पड़ी तो यूपी भी जाऊंगा, नीतीश ने कहा- एक हो गये होते तो…

पटना : समाजवादी पार्टी में जारी संकट पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहाहै किसपा और पार्टी मुलायमसिंह यादव के परिवार में चल रहा विवाद उनका घरेलू मामला है. काेई घमसान नहीं है. जल्द ही सुलझ जायेगा. मामला एक दूसरे पर विश्वास का है. हम भी सभी से अपील करते हैं कि झगड़ा समाप्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2016 8:06 AM

पटना : समाजवादी पार्टी में जारी संकट पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहाहै किसपा और पार्टी मुलायमसिंह यादव के परिवार में चल रहा विवाद उनका घरेलू मामला है. काेई घमसान नहीं है. जल्द ही सुलझ जायेगा. मामला एक दूसरे पर विश्वास का है. हम भी सभी से अपील करते हैं कि झगड़ा समाप्त हो. यदि इसके लिए मुझे यूपी भी जाना पड़ेगा, तो जाऊंगा. वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्रीनीतीश कुमार नेइस मामले पर कहा कि जनता व समाजवादी परिवार के छह दलों के महागंठबंधन का जो प्रयास किया गया था, यदि वह प्रयास तार्किक परिणति तक पहुंचता, तो आज बहुत बेहतर स्थिति होती.

झगड़े से गलत मैसेजजायेगा : लालू

10, सर्कुलर रोड स्थित अावास पर पत्रकारों से उन्होंने कहा कि यूपी में सपा रूलिंग पार्टी है. इस तरह के झगड़े से गलत मैसेज जायेगा. देश पर सांप्रदायिकता का बादल मंडरा रहा है. इस तरह की झगड़ा बंद हो. लालू ने कहा कि मुलायम सिंह यादव से भी अपील करता हूं कि जल्द ही इस मामले को खत्म करें. यह घर की बात है. हम सबसे अपील करेंगे कि मि लजुल कर रहें. दूसरी ओर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इसे घरेलू विवाद बताया है. कहा है कि यह सब जल्द ही ठीक हो जायेगा.

एक हो गये होते तो यह नौबत नहीं आती : नीतीश
यूपी में मुलायम सिंह यादव के परिवार में विवाद और गंठबंधन की संभावनाओं पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह समाजवादी पार्टी का अंदरूनी मामला है. इस पर किसी प्रकार की टिप्पणी करना उचित नहीं है. समाजवादी पार्टी के अंदर जो भी हैं, उसका समाधान वे लोग खुद निकालेंगे. इतना तय है कि जनता व समाजवादी परिवार के छह दलों के महागंठबंधन का जो प्रयास किया गया था, यदि वह प्रयास तार्किक परिणति तक पहुंचता, तो आज बहुत बेहतर स्थिति होती. साथ ही देश की राजनीति की बहुत महत्वपूर्ण धूरी बन गयी होती.

हालांकि, उन्होंने उम्मीद जतायी कि एक बार प्रयास विफल हो गया, तो ऐसा नहीं मान लेना चाहिए कि आगे दूसरा प्रयास नहीं होगा. यूपी में जदयू की उपस्थिति के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग वहां अपना काम कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश में जदयू ने जो भी किया है, वह अपने संगठन के विस्ता र के लिए किया है. जहां कहीं भी जन समर्थन मिल रहा है, वह बिहार में जो काम हो रहे हैं, उसकी पूरी चर्चा हो रही है.

बिहार में बिजली और सामाजिक क्षेत्र में हुए कामों की चर्चा पूरे यूपी में है. सबसे अधिक जिस बात का प्रभाव पड़ा है, वह शराबबंदी का है. शराबबंदी के चलते लोग आकृष्ट हुए हैं. पांच प्रमंडलों में जदयू ने पार्टी का कार्यक्रम किया है और उन इलाकों में जो रिस्पांस मिल रहा है, उसके आधार पर समझौते की बात चल रही है.नीतीश कुमार ने कहा कि आज की तारीख में अभी कोई भी यूपी के संदर्भ में समझौता अंतिम रूप नहीं ले सका है. जहां तक कांग्रेस की बात है, उससे कोई बातचीत नहीं हुई है. कांग्रेस बड़ी पार्टी है. कुछ साल पहले तक कांग्रेस सता में थी और फिर से कांग्रेस ने सक्रियता बढ़ायी हैं. स्वाभाविक है कि इन सभी चीजों का असर पड़ता है. जहां तक जदयू का सवाल है, अभी गंठबंधन के मामले में क्या होगा, उसका कोई अंतिम स्वरूप नहीं उभरा है. अभी सब कुछ बातचीत के दौर में है.

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