हंगामे के बीच हुई निगम बोर्ड की बैठक

नोक-झोंक. पार्षद ने कहा- छवि आपराधिक, मेयर का जवाब-हो रही है जांच पटना : छह मुद्दों पर मंगलवार को निगम बोर्ड की बैठक आयोजित की गयी थी. बैठक बांकीपुर अंचल के कार्यालय सभागार में हुई. इसमें दीपावली, छठ, मुख्यमंत्री के तीन निश्चय का क्रियान्वयन, डोर-टू-डाेर कचरा प्रबंधन, मोबाइल शौचालय और 155 ऑटो टीपर की खरीद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2016 7:21 AM
नोक-झोंक. पार्षद ने कहा- छवि आपराधिक, मेयर का जवाब-हो रही है जांच
पटना : छह मुद्दों पर मंगलवार को निगम बोर्ड की बैठक आयोजित की गयी थी. बैठक बांकीपुर अंचल के कार्यालय सभागार में हुई. इसमें दीपावली, छठ, मुख्यमंत्री के तीन निश्चय का क्रियान्वयन, डोर-टू-डाेर कचरा प्रबंधन, मोबाइल शौचालय और 155 ऑटो टीपर की खरीद के साथ जलवायु परिवर्तन पर कंपनी से एमओयू को लेकर निर्णय हुए. मेयर अफजल इमाम ने बैठक की अध्यक्षता करनी शुरू की.
पूर्व के निर्णय पर संपुष्टि के साथ पहला मुद्दा सफाई पर चर्चा शुरू हुई. इसी बीच वार्ड नंबर 53 की पार्षद गुलफिशा जवीं ने मेयर पर कोर्ट की ओर से अग्रिम जमानत की बेल रद्द करने के बावजूद बैठक की अध्यक्षता करने को गलत बता हंगामा शुरू कर दिया. माइक पर शोर मचाती हुई फ्लोर तक आ गयीं. जवाब में मेयर समर्थित महिला पार्षदों ने भी उक्त पार्षद के अारोप को गलत और गैरकानूनी कह कर बचाव किया. लगभग 20 मिनट तक हंगामा होता रहा. अंत में मेयर ने अपने ने जवाब में कहा है कि मामला कानूनी है. राजनीतिक कारण से उन्हें आरोपी बनाया गया है. जबकि, वह इस मामले में शामिल नहीं हैं.
हर वार्ड में पांच-पांच मजदूर, सफाई, जलजमाव और लाइट का उठा मुद्दा : दीपावली और छठ पर विशेष सफाई के एजेंडे पर पार्षदों ने अपनी बातें रखीं. जिन वार्डों में मजदूर कम है, वहां पांच मजदूर देने पर सहमति बनी.
पार्षद कुरैशी सहित कई पार्षदों ने कहा कि जिन वार्ड में घाट नहीं है, तो हम लोगों के वार्ड से मजदूर कम कर वहां उपलब्ध कराया जाये. वार्ड पार्षद पिंकी यादव व संजीत कुमार ने बाइपास और आसपास में कई सप्ताह से जल जमाव का मामला उठाया. जवाब में नगर आयुक्त अभिषेक सिंह ने कहा कि अकेले नगर निगम की जिम्मेवारी नहीं है. ऐसा पुनपुन का गेट बंद होने और बादशाही पैन अवरुद्ध होने के कारण हुआ है. करने का निर्णय हुआ.
एक सप्ताह में डोर-टू-डोर पर निर्णय : निगम प्रशासन की अोर से सदन को मुख्य अभियंता ने जानकारी दी कि पिछली बार 48 करोड़ प्रति वर्ष डोर-टू-डोर पर खर्च आने के कारण रद्द करना पड़ा. अब की बार निगम ने सभी पहलुओं को समझ कर छह भाग में टेंडर निकाला है. इसे अगले माह के पहले सप्ताह में निकाला जायेगा. किसी ने इसका विरोध नहीं किया.
पार्षदों ने बुडको के माध्यम से 12 करोड़ की लागत से 155 ऑटो टीपर की खरीदने की सहमति दी. इसे हर वार्ड में दो- दो दिया जायेगा.
इसके लिए निगम 150 प्रशिक्षित चालकों को रखेगा. मेयर ने सभी पार्षदों से अपने वार्ड के लिए दो-दो चालक अनुशंसा करने का निर्देश भी दिया. हालांकि, पार्षद विनय पप्पू ने कहा कि निगम जब डोर-टू-डोर लागू कर रहा है, तो टीपर क्यों खरीदे जा रहे हैं. निगम में संसाधनों का रख-रखाव भी नहीं है. जवाब में नगर आयुक्त ने कहा कि निगम खरीद के साथ कंपनी से चार वर्ष के लिए एग्रीमेंट भी कर रहा है. अगर मशीन खरीद नहीं होगी, तो पैसे लौट जायेंगे.
फंड नहीं मिलने से चुनाव पर असर की चिंता : पार्षद अपनी चर्चा में पहले से अनुशंसित 10 लाख, 15 लाख, हर वार्ड में बोरिंग लगाने के अलावा अब तक मुख्यमंत्री निश्चय योजना में हर घर नल-जल, नली-गली पक्की योजना के लिए कंर्णांकित 40 करोड़ की राशि अब तक नहीं मिलने पर चिंता जतायी. पार्षद अगले चार माह में चुनाव होने और अब तक विकास योजना नहीं लागू करने को लेकर अपनी बात रख रहे थे.

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