पटना : राजधानी पटना के एयरपोर्ट से हुए दिल्ली के व्यवसायी पुत्रों के अपहरण मामले में एक नया खुलासा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो नक्सलियों ने इस अपहरण में अपनी भागीदारी से इनकार किया है. साथ ही नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने एक चिट्ठी जारी कर पटना एसएसपी मनु महाराज द्वारा नक्सलियों पर लगाये गये सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है. नक्सली संगठन ने इस घटना से पूरी तरह अपने-आपको अलग बताते हुए कहा है कि ऐसी घटनाओं में पुलिस और नेताओं की सांठ-गांठ होती है. नक्सलियों ने पुलिस और अपराधियों के साठगांठ की बात कहते हुए इस घटना में अपनी संलिप्तता से पूरी तरह इनकार किया है. गौरतलब हो कि पटना के एसएसपी मनु महाराज ने पूरे दल-बल के साथ नक्सलियों के चंगुल से व्यपारियों को छुड़ाने की बात कही थी. साथ ही इस मामले में गिरफ्तार मास्टरमाइंड रंजीत मंडर के नक्सलियों से जुड़े होने की बात पुलिस ने बतायी थी.
नक्सली संगठनों ने यह संदेश दिया है कि वह रंजीत मंडल जैसों से लगातार अपनी लड़ाई लड़ रही है. नक्सलियों ने रंजीत मंडल जैसे अपराधियों के खिलाफ मोरचा खोलने की बात कही. वहीं दूसरी ओर नक्सलियों ने यह भी सवाल खड़ा किया है कि हाइ सिक्यूरिटी जोन पटना एयरपोर्ट से किसी का अपरहण बिना प्रशासनिक मिली भगत के संभव नहीं है. जानकारी के मुताबिक बिहार और झारखंड के नक्सलियों के जोनल कमेटी प्रवक्ता द्वारा जारी चिट्ठी में यह आरोप लगाया गया है कि पुलिस द्वारा अपने फायदे और पदोन्नति के लिये नक्सलियों को बदनाम किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर स्थानीय पुलिस के मुताबिक मामले की जांच के लिये विशेष टीम का गठन कर दिया गया है. पुलिस का कहना है कि पुलिस बहुत जल्द इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार कर मामले का उद्भेदन कर देगी.