डेढ़ घंटे रणक्षेत्र बना रहा डाकबंगला चौराहा

पटना: सोमवार को डाकबंगला चौराहे को जाम कर प्रदर्शन कर रहे सांख्यिकी स्वयंसेवकों व पुलिस में झड़प हो गयी. प्रदर्शनकारियों द्वारा पत्थर चलाये जाने के बाद पुलिस ने लाठाचार्ज किया, जिसमें लगभग ढाई दर्जन प्रदर्शनकारी व राहगीर घायल हो गये. छह पुलिस वालों को भी चोटें आयीं. इनमें एक का सिर फट गया. पुलिस ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2014 8:15 AM

पटना: सोमवार को डाकबंगला चौराहे को जाम कर प्रदर्शन कर रहे सांख्यिकी स्वयंसेवकों व पुलिस में झड़प हो गयी. प्रदर्शनकारियों द्वारा पत्थर चलाये जाने के बाद पुलिस ने लाठाचार्ज किया, जिसमें लगभग ढाई दर्जन प्रदर्शनकारी व राहगीर घायल हो गये. छह पुलिस वालों को भी चोटें आयीं. इनमें एक का सिर फट गया. पुलिस ने 30 लोगों को गिरफ्तार किया. 19 प्रदर्शनकारियों को जेल भेज दिया गया है.

यातायातव्यवस्था चरमरायी
स्वयंसेवकों ने सुबह 10 बजे गांधी मैदान से रैली निकाली. फ्रेजर रोड होते हुए डाकबंगला पहुंच कर उन्होंने चौराहा जाम कर दिया. करीब डेढ़ घंटे तक चौराहे पर ही डटे रहे. इससे यातायात व्यवस्था चरमरा गयी. उनको हटाने का प्रयास विफल रहा. प्रदर्शनकारी भी लाठी-डंडे से लैस थे. उन्होंने रास्ते में राहगीरों से भी अभद्र व्यवहार किया. डाकबंगला चौराहा खाली करने की चेतावनी का असर होता नहीं देख सिटी मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह व डीएसपी ममता त्यागी पहुंच गये. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी को अनदेखी कर चौराहे पर पुतला फूंक कर नारे लगाये. इसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का आदेश दिया गया. इसके बाद पुलिस 25 सांख्यिकीकर्मियों को हिरासत में लेकर थाने लायी.

गाड़ियों के शीशे फोड़े

बल प्रयोग से क्षुब्ध आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आसपास खड़े

वाहनों को अपना निशाना बनाया. करीब दो दर्जन वाहनों के शीशे

तोड़े गये. इसके बाद पुलिस ने जम

कर लाठियां बरसायीं, जिससे 28

लोग घायल हुए. प्रदर्शनकारियों द्वारा भी लाठी-डंडा चलाने से छह पुलिसकर्मी भी घायल हो गये. पुलिस लाइन का सिपाही रामचंद्र तिवारी

गंभीर रूप से घायल हो गया. सिर फटने के साथ ही हाथ-पैर पर काफी

चोट आयी. दायें हाथ की अंगुली टूट गयी. उसे साथी सिपाही इलाज के लिए ले गये.

कब क्या हुआ

9:00 बजे : प्रदर्शनकारी गांधी मैदान में एकत्रित हुए

10 बजे : गांधी मैदान से जुलूस के रूप में रैली निकाली

10:30 बजे : लगभग दो सौ सांख्यिकीकर्मी जुलूस में शामिल

11 बजे : डाकबंगला चौराहा पहुंच कर प्रदर्शन करने लगे

11:10 बजे : पहला पुतला फूंका

11:40 बजे : पुलिस और सांख्यिकी कर्मियों में

हुई झड़प

12:00 बजे : सिटी मजिस्ट्रेट व डीएसपी मौके पर पहुंचे

12:22 बजे : लाठीचाजर्, हंगामा, तोड़फोड़, 30 हिरासत में

01-05 बजे : आर ब्लॉक गेट पर डटे रहे, प्रदर्शन

05:15 बजे : वार्ता विफल

प्लीज अंकल, जाने दो
सांख्यिकीकर्मियों के प्रदर्शन के कारण डाकबंगला चौराहा पूरी तरह से जाम हो गया, जिसके कारण चौराहे से स्टेशन तक, नाला रोड, इनकम टैक्स चौराहा और मौर्या होटल तक सैकड़ों वाहनों की लंबी कतार लग गयी. सुबह से लेकर देर शाम तक शहर में इसकी वजह से जाम की स्थिति रही. शाम को भी आर ब्लॉक चौराहे पर प्रदर्शन के चलते दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक गेट बंद रहा. इसके चलते बुद्ध मार्ग, अमरनाथ पथ, वीरचंद पटेल पथ, आयकर गोलंबर सहित कई सड़कों पर घंटों जाम की स्थिति रही. कई स्कूल बस भी जाम में फंसे रहे. काफी देर तक जब रास्ता नहीं मिला, तो छोटे-छोटे बच्चों ने सांख्यिकी कर्मियों से निवेदन किया, प्लीज अंकल हमें जाने दो.

निदेशक ने पल्ला झाड़ा
बिहार राज्य मान्यता प्राप्त सांख्यिकी स्वयंसेवक संघ के प्रदेश प्रवक्ता मंजय कुमार ने कहा कि सांख्यिकी कर्मियों ने अपनी मांग को लेकर सांख्यिकी निदेशालय की निदेशक रेणु लता से मुलाकात की. उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए साफ शब्दों में कहा कि हमारे वश की बात नहीं है. कुछ भी करेंगे, तो मुख्य सचिव या फिर मुख्यमंत्री कर सकते हैं. श्री कुमार ने कहा कि प्रधान सचिव ने मिलने से साफ मना कर दिया. उन्होंने कहा कि सांख्यिकी कर्मियों ने मांग के संबंध में प्रदर्शन करने की सूचना से पहले ही अवगत कराया था. इसके बाद भी उनकी मांग पर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया. इतना ही नहीं जब हिरासत में लिये गये लोगों को जब छुड़ाने लोग पहुंचे, तो उसे भी पकड़ लिया गया.

शांति भंग का था खतरा
डीएम डॉ एन सरवण कुमार ने कहा कि कार्यकर्ता नेतृत्वविहीन भीड़ की तरह लोक शांति भंग करने पर उतारू थी. नियमों की अनदेखी करते हुए डाकबंगला चौराहा को जाम करने का प्रयास किया गया. उनके दो घंटे तक डाकबंगला चौराहे पर बैठने से आम यात्रियों व नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा. यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई. जाम कर रहे लोगों को काबू करने के लिए हल्का बल प्रयोग करते हुए 19 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया. प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई यातायात व्यवस्था बहाल करने के लिए किया गया. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में ही निर्देश जारी किया गया था कि बेली रोड व प्रमुख चौक -चौराहे पर धरना, प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जायेगी.

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