नीतीश निश्चय : 5 वर्षों के अंदर एक करोड़ युवकों को मिलेगी ट्रेनिंग
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सात निश्चयों में से एक कुशल युवा के तहत ‘भरती, प्रशिक्षण व तैनाती (रिक्रूमेंट, ट्रेनिंग एंड डिप्लॉय-आरटीडी)’ योजना का शुभारंभ किया. इस मौके पर 15 कंपनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये और कंपनियों ने 40 युवकों को नियुक्तिपत्र दिया. अब इन युवाओं को संबंधित कंपनियां […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सात निश्चयों में से एक कुशल युवा के तहत ‘भरती, प्रशिक्षण व तैनाती (रिक्रूमेंट, ट्रेनिंग एंड डिप्लॉय-आरटीडी)’ योजना का शुभारंभ किया. इस मौके पर 15 कंपनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये और कंपनियों ने 40 युवकों को नियुक्तिपत्र दिया.
अब इन युवाओं को संबंधित कंपनियां प्रशिक्षण देंगी और उसमें खरे उतरे, तो उसी कंपनी में उन्हें रोजगार मिलेगा.मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद में श्रम संसाधन विभाग की इस योजना को लांच करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 नवंबर से युवाओं की ट्रेनिंग शुरू हो जायेगी. पांच सालों में एक करोड़ युवाओं को मिशन मोड में प्रशिक्षित किया जायेगा. आज के युग में ज्ञान व कौशल के बिना कुछ नहीं कर सकते हैं. स्किल डेवलपमेंट में ठीक से युवा रुचि लेंगे, तो वे किसी भी ऊंचाई पर जा सकते हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि एक दौर ऐसा आया, जिसमें बिहार पिछड़ गया. यह कालचक्र है. पहले ऊपर थे और फिर नीचे आ गये. फिर ऊपर जायेंगे. बिहार के युवाओं की बदौलत फिर से उस शीर्ष को प्राप्त करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को सिर्फ सर्टिफिकेट न मिले, उनका स्किल का विकास हो.
बिहार सरकार ने 15 विभागों का चयन किया और अपनी क्षमता के आधार पर लक्ष्य निर्धारित किया. युवाओं को 74 प्रकार के कोर्स में प्रशिक्षण दिया जायेगा. जो युवा स्किल्ड होंगे, उन्हें रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे.
जितना वेतन वे अभी पा सकते हैं, उससे दो-तीन गुना अधिक मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी सरकार सीधे नौकरी नहीं दे सकती है. सरकार की अपनी एक सीमा होती है. सरकारी से कई गुना ज्यादा निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर हैं और यह तभी मिलेगा जब युवा स्किल्ड होंगे. जितना स्किल बेहतर होगा, रोजगार के अवसर उतने बढ़ेंगे.
सीएम ने कहा कि सरकार सात निश्चय एक-एक कर लागू कर रही है. युवाओं को आगे पढ़ने के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड और रोजगार तलाशने के लिए स्वयं सहायता भत्ता योजना दो अक्तूबर से शुरू की गयी है.
अब तक एक लाख से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं. सभी की प्रोसेसिंग की जा रही है और सबको लाभ दिलाया जायेगा. स्वयं सहायता भत्ता के लिए युवाओं को प्रशिक्षण लेना आवश्यक होगा. युवाओं को कंप्यूटर ज्ञान, हिंदी-अंगरेजी बोलने का संवाद कौशल और व्यवहार कौशल की ट्रेनिंग दी जायेगी.
इससे जिस रोजगार में अभी जो राशि मिलती है, उससे ज्यादा मिलेगा. इसके लिए हर प्रखंड में केंद्र खोले जा रहे हैं. निजी क्षेत्र में भी सेंटर खोलने की अनुमति दी गयी है. 1000 से ज्यादा सेंटर चलेंगे. इनमें कंप्यूटर, संवाद कौशल और व्यवहार कौशल की ट्रेनिंग दी जायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कंपनियां भी युवाओं को लेकर ट्रेनिंग देंगी. अगर युवा उसमें पास कर गये, तो उसी कंपनी में उन्हें रोजगार मिल जायेगा. स्किल ट्रेनिंग में सफलता जरूरी है. असफल होंगे, तो कंपनी नहीं लेगी. सफल हुए, तो ट्रेनिंग में खर्च हुई राशि राज्य सरकार वहन करेगी.
ट्रेनिंग के बाद शत-प्रतिशत रोजगार : तेजस्वी
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि युवाओं को रोजगार देने का जो सपना था, वह पूरा होने जा रहा है. ट्रेनिंग के बाद बिहार के युवाओं को शत-प्रतिशत रोजगार मिलेगा. उन्होंने कंपनियों से आग्रह किया कि वे सिर्फ अपना फायदा नहीं देखें. सामाजिक क्षेत्र में भी युवाओं के लिए काम करे. इससे युवाओं की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकेगी. बिहार का जो परसेप्शन बना हुआ था, वह काफी हद तक बदला है. बिहार ऊंचाइयों पर जायेगा.
इस मौके पर श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह, स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन, सीएम के सचिव चंचल कुमार, अतीश चंद्रा, मनीष कुमार समेत अन्य मौजूद थे.