अस्पतालों में बढ़े मौसमी बीमारी के मरीज, नहीं बरतें लापरवाही
रांची : मौसम में बदल का असर दिखने लगा है. सर्द हवाओं की चपेट में आने से लोग बीमार पड़ने लगे हैं. अस्पतालों में मौसमी बीमारी की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है. स्थिति बिगड़ने पर मरीजों को अस्पताल में भरती कर इलाज करना पड़ रहा है. रिम्स, सदर अस्पताल […]
रांची : मौसम में बदल का असर दिखने लगा है. सर्द हवाओं की चपेट में आने से लोग बीमार पड़ने लगे हैं. अस्पतालों में मौसमी बीमारी की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है. स्थिति बिगड़ने पर मरीजों को अस्पताल में भरती कर इलाज करना पड़ रहा है.
रिम्स, सदर अस्पताल सहित निजी अस्पताल की ओपीडी एवं इनडोर में दर्जनों मरीजों को इलाज चल रहा है. फिजिसियन डॉ एमके बदानी ने बताया कि सर्द मौसम में लापरवाही के कारण लोग सर्दी-खांसी, बुखार एवं फेफड़ा में पानी जमा होने की समस्या को लेकर आ रहे है.
सांस लेने की परेशानी, भरती की नौबत : मौसमी बीमारी की चपेट में अाने वाले मरीजों में सांस लेने की समस्या ज्यादा हो रही है. सर्दी व खांसी के कारण फेफड़ा में पानी जमा होने व कफ जमा होने के कारण सांस लेने की समस्या बढ़ी है. एेसे मरीजों को अस्पताल में एक सप्ताह से 10 दिन तक भरती करना पड़ रहा है. कई मरीजों को आइसीयू में भरती करने की नौबत आ रही है. निमोलाइजेशन ( मशीन से भाप के रूप में दवा ) दे कर फेफड़ा में जमा कफ को कम किया जा रहा है. फेफड़ा में जमा पानी को निकालना भी पड़ रहा है.
सुबह व शाम को बदन को पूरे कपड़ा से ढ़क कर रखे.
सुबह सूर्य निकलने से पहले नहीं उठे, गरम कपड़ा पहन कर ही बिस्तर छोड़े
गरम खाद्य पदार्थ का ही सेवन करे
खाने में ताजा खाद्य पदार्थ का ही इस्तेमाल करे
गुनगुने पानी का प्रयोग करे.
ज्यादा परेशानी होने पर चिकित्सक से परामर्श ले