निश्चय यात्रा : गुजरात के लोग चाहते हैं ऐसी शराबबंदी पूरे देश में बिहार बनेगा नजीर : नीतीश

बेतिया से मिथिलेश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार शराबबंदी के मामले में पूरे देश में नजीर बनेगा. निश्चय यात्रा के पहले दिन बेतिया के महाराजा स्टेडियम में आयोजित चेतना सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार जैसी शराबबंदी गुजरात को लोग भी चाहते हैं. सीएम ने कहा िक गुजरात में पाटीदार आंदोलन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2016 7:39 AM
बेतिया से मिथिलेश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार शराबबंदी के मामले में पूरे देश में नजीर बनेगा. निश्चय यात्रा के पहले दिन बेतिया के महाराजा स्टेडियम में आयोजित चेतना सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार जैसी शराबबंदी गुजरात को लोग भी चाहते हैं. सीएम ने कहा िक गुजरात में पाटीदार आंदोलन के दौरान वहां भी िबहार जैसी शराबबंदी की मांग उठी है.
बिहार उदाहरण बनने लगा है. यूपी, झारखंड, उड़ीसा, महाराष्ट्र में भी बिहार के तर्ज पर पूर्ण शराबबंदी की मांग हो रही है. उन्होंने चेतना सभा में आयी जीविका की बीडीओ (बहन) और शराबबंदी से जुड़े लोगों को हाथ उठा कर संकल्प दिलवाया कि हमलोग शराबबंदी कर सरकार को सहयोग करेंगे. मुख्यमंत्री ने उपस्थित भीड़ को प्रेम व सद्भाव का माहौल बनाने का भी सबसे हाथ उठवाकर संकल्प दिलवाया. मुख्यमंत्री ने निश्चय यात्रा के बारे में कहा कि एक साल के भीतर विधानसभा चुनाव में किये गये वायदों को जमीन पर उतारा जा रहा है.
हमने सात निश्चय में समाज के सभी तबको के बारे में जो सुविधाएं देनी हैं उसको लागू किया है. अगले चार सालों में बिहार के सभी घरों में नल का पानी उपलब्ध होगा, सभी घरों के आगे पक्की गली और पक्की नाली का निर्माण होगा. पांच दिन बाद 15 नवंबर को हर घर बिजली योजना का शुभारंभ होगा. मुख्यमंत्री ने देशज अंदाज में सात निश्चय की बारिकियों को समझाते हुए कहा कि गरीबी के कारण युवाओं की पढ़ाई रुक जाती थी.
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उन्हें चार लाख रुपये तक का ऋण दिया जायेगा. नौकरी के लिए बाहर नहीं जा पाते थे इसलिए दो साल तक एक हजार रुपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ता भी दिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने बताया की सात महीने में शराबबंदी लागू होने से दूध की बिक्री 11 प्रतिशत तक बढ़ गयी है. अब लोग शराब की जगह दूध, शहद व मिठाई खाने लगे हैं जिससे उनके जीवन में खुशहाली आयी है. सरकार शराबबंदी से कोई समझौता नहीं करेगी. शराब का धंधा करने वाले लोगों पर कानूनी का कड़ा डंडा चलेगा. उन्होंने लोगों से कहा,आप सजग रहिए गांव,कस्बे में कोई गोरखधंधा करता है तो आप संगठित होकर विरोध कीजिए और तंत्र को सूचना दीजिए. शराबबंदी पूरे तौर पर कामयाब होगी.
शराबबंदी से 10 हजार करोड़ रुपये की हो रही बचत
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब के कारण साल में 10 हजार करोड़ रुपये पानी में जाता था उस पैसे की बचत हो रही है. शराबबंदी को लेकर जब मुख्यमंत्री कानूनी बारीकियों को समझा रहे थे उस समय भीड़ से खूब तालियां बजीं. मुख्यमंत्री ने महिलाओं से कहा कि आप गांव में रहती हैं आप को पता है कि कौन पीता था और कौन चोरी छिपे पी रहा है. उसे समझाइये और लत नहीं छूट रही है, तो उसे नशा मुक्ति केंद्र तक पहुंचा दीजिए. अपने 35 मिनट के भाषण में मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि कुछ लोग मानसिक विकृति के शिकार होते हैं आपलोग किसी के बहकावे व उसकावे में मत आइयेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी यात्रा चंपारण से शुरू हुई है मुझे यहां से विशेष लगाव है.
सात निश्चय की एक योजना थी महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण वो दो महीने के भीतर ही पूरा कर दिया. उन्होंने नारी सशक्तिकरणकी भी चर्चा की और कहा कि मिडिल क्लास में पढ़ने वाली लड़कियों के लिए पोशाक और हाइस्कूल जाने वाली लड़कियों के लिए साइकिल योजना चलायी इससे पूरा नजारा ही बदल गया व लोगों का सोच भी बदल गया. जिस समय साइकिल योजना शुरू हुई उस समय नौंवी कक्षा में एक लाख 70 हजार लड़कियां पढ़ती थीं अब यह बढ़ कर आठ लाख 15 हजार से भी अधिक हो गया है. उन्होंने खुले में शौच मुक्त बिहार बनाने का भी आह्वान किया. सीएम ने कहा कि हर सड़क से छुटे हुए टोले को पक्की सड़क से जोड़ने के लिए 10 हजार करोड़ की योजना शुरू की जा रही है. बिहार का सात निश्चय जन-जन का निश्चय है.
सुशासन समाज सुधार में भी बिहार देश का उदाहरण बनेगा. निश्चय यात्रा के पहले दिन मुख्यमंत्री ने नरकटियागंज में लोक शिकायत निवारण कानून केंद्र का भी जायजा लिया. कहा कि आज मेरी ख्वाहिश मूर्त रूप दिखी तो प्रशंसा हुई. एक ओर शिकायतकर्ता और उनके सामने निवारण करने वाले अधिकारी बैठे थे. जनता दरबार में हम शिकायत सुनते थे उसके निवारण की कोशिश करते थे. अब दस साल बाद कानून बना है शिकायत के निबटारे के लिए. दरखास्त लेकर भटकने की जरूरत नहीं होगी. चेतना सभा में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, प्रभारी मंत्री मदन सहनी, भूमि सुधार मंत्री मदन मोहन झा और गन्ना मंत्री खुर्शीद आलम भी मौजूद थे. डीजीपी पीके ठाकुर ने शराबबंदी के बाद अपराध के कम हुए आकड़ों के बारे में जानकारी दी. वहीं मुख्य सचिव ने कहा कि शराबबंदी को लेकर सरकार नयी योजनाएं बना रही हैं. नये नारे, नया नाटक, नया पोस्टर गढ़े जा रहे हैं. और 21 जनवरी को पूरे बिहार में मानव श्रृंखला बनायी जायेगी.
मूरतिया गांव में शिक्षक के रूप लोगों को समझाया नीतीश ने
मूरतिया (बेतिया) : निश्चय यात्रा के पहले दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार िशक्षक के रूप में दिखे. पकडिया पंचायत के महादलित टोले मूरतिया में सिलाई-कढ़ाई का काम करनेवाले महादलित राजेश्वर राम के घर के बाहर लगे नल को चला कर देखा. मुख्यमंत्री राजेश्वर राम के आंगन में भी गये. उन्होंने दो दिन पहले बने शौचालय को देखा. मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और राजस्व मंत्री मदनमोहन भी थे.
राजेश्वर राम से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब से शौचालय का उपयोग करें. राजेश्वर राम ने बिजली पर सवाल किया, तो मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पूरे समय बिजली रहेगी. मुख्यमंत्री यही नहीं रुके. उन्होंने राजेश्वर राम से कहा कि दरवाजे के बजाय नल घर के अंदर लगवाना चाहिए और खुले में शौच नहीं जाना चाहिए. पूरे परिवार को शौचालय का इस्तेमाल करना चाहिए.
इसी बीच गांव के अन्य लोगों ने कहा कि सर, आप तो बता कर चले जायेंगे, लेकिन जेइ नहीं सुनेगा, तब. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तो काम शुरू हुआ है. जेइ के सवाल पर सीएम ने कहा कि यह सब काम आप लोगों को देखना और करना है. काम कैसे ठीक से हो, इस पर निगरानी वार्ड सदस्य रखेंगे, जो आपके बीच के रहनेवाले हैं. मूरतिया गांव में 246 महादलित परिवार हैं, जिनमें हर घर में नल व शौचालय सरकार की ओर से बनवाया गया है.
राजेश्वर राम के बाद मुख्यमंत्री गयाराम, भिखारीराम और सुरेंद्र राम के घर गये. वहां भी नल व शौचालय को देखा. घर के लोगों से बात की. इसके बाद मुख्यमंत्री गांव के सामुदायिक भवन में गये, जहां पर अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी लोगों के घर के अंदर ही नल व शौचालय की व्यवस्था ठीक रहेगी. साथ ही सीएम
ने अधिकारियों से जाना कि वो किस तरह से नल व शौचालय बनवा रहे हैं. साथ ही बिजली को लेकर भी निर्देश दिये. पंचायत की मुखिया निर्मला देवी से उन्होंने महादलित आबादी, स्कूल, आदि के बारे में जानकारी ली. जिला मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर नौतन विधानसभा क्षेत्र के मूरतियां की महादलित बस्ती में सुबह से ही रौनक थी. लोहिया स्वस्च्छता अभियान के तहत गांव में शौचालय और नल के लग जाने से महिलाएं खुश नजर आ रही थीं. सुबह से अधिकारियों की चहलकदमी से गांव के लोग उत्साहित थे. मुख्यमंत्री जब गांव से निकलने लगे, तो वहां के युवकों ने नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे भी लगाये.
मुख्यमंत्री ने गांव के सामुदायिक भवन में लगे समरसेबल पंप को भी देखा और उद्घाटन किया. यहां पांच हजार लीटर टंकी लगी है. विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा ने बताया कि एक और टंकी लगायी जायेगी.
ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद चौधरी ने बताया कि दो टंकी के लग जाने से जरूरत के मुताबिक चौबीस घंटे पानी उपलब्ध हो सकेगा. इसके बाद मुख्यमंत्री जिला मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने जिला निबंधन सह रोजगार केंद्र का जायजा लिया. यहां उन्होंने युवकों से आवेदन लेने और उन्हें निबटाने की प्रक्रिया के बारे में भी जाना. मुख्यमंत्री ने नरकटियागंज स्थित लोक शिकायत निवारण कानून के केंद्र का निरीक्षण किया.

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