चार माह की खामोशी के बाद अब एक माह तक गुंजेंगी शहनाइयां, जानें कब-कब है शुभ लग्न
11 नवंबर को बन रहा अद्भुत संयोग दीपावली के बाद अब एक बार फिर से बैंड-बाजा और बारात शुरू हो जायेगी. इसका शुभ मुहूर्त 16 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के बाद शुरू हो रहा है. शादी और शुभ कार्यों में लगभग चार महीनों की खामोशी के बाद अब एक बार फिर से एक महीने के […]
11 नवंबर को बन रहा अद्भुत संयोग
दीपावली के बाद अब एक बार फिर से बैंड-बाजा और बारात शुरू हो जायेगी. इसका शुभ मुहूर्त 16 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के बाद शुरू हो रहा है. शादी और शुभ कार्यों में लगभग चार महीनों की खामोशी के बाद अब एक बार फिर से एक महीने के लिए शहनाई की गूंज सुनाई देगी. आचार्य श्री पति त्रिपाठी ने बताया कि देवोत्थान एकादशी को भगवान शयन के बाद जगते हैं. इसके साथ ही लगन का शुभ काल शुरू हो जाता है.
सूर्य वृश्चिक राशि में जैसे ही
प्रवेश करेंगे, उसी के साथ ही शादी ब्याह का लगन शुरू हो जायेगा. इस बार एकादशी अंगरेजी की 11 तारीख को रही है, जो बहुत ही कम देखने को मिलती है. यह भी अद्भुत संयोग है. 11 से शुभ काम शुरू हो सकते हैं, लेकिन लगन की तारीख 16 नवंबर से शुरू हो रही है.
34 दिनों में 13 से ज्यादा लग्न
पं. त्रिपाठी ने बताया कि देवोत्थान एकादशी से शुरू होने वाली लगन की धूम इस बार 13 दिसंबर तक रहेगी. लगभग 34 दिनों में ही इस बार 13 विवाह लग्न रहेंगे जिनमें काफी शादियां होगी. उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर को रात 8 बजकर 31 मिनट पर सूर्य धनु राशि में आने पर मलमास के साथ ही इन पर ब्रेक लग जाएगा. जुलाई महीने में देवशयनी एकादशी के बाद 14 जुलाई से 15 नवंबर तक सभी मांगलिक कार्य बंद हो गये थे जो देवोत्थान एकादशी के साथ ही शुरू हो जायेंगे.
कब-कब है शुभ लग्न
नवंबर- 16, 21, 23, 24, 25 और 30
दिसंबर- 1, 2, 3, 8, 9, 12 और 13
थप्पड़ की धमकी, बाथरूम की कैद से बंद हो गयी जुबां, असहनीय दर्द से खुले राज
सोन की तराई में फिर खूनी संघर्ष पुलिस ने मामले की छानबीन करते हुए बालू घाट को बंद करवा दिया है .