पेंशनधारियों को ऑनलाइन मिलेगा पेमेंट : संजय सिंह

पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि जितने भी पेंशनधारी हैं उनका पेमेंट ऑनलाइन करने की प्रक्रिया की जा रही है. जब बिहार सरकार सभी पेंशनधारियों को यह विश्वास दिला चुकी है कि उनके एकाउंट में पैसे जायेंगे और सभी पेंशनधारकों का एकाउंट खोल कर उसे ऑनलाइन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2016 6:19 AM
पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि जितने भी पेंशनधारी हैं उनका पेमेंट ऑनलाइन करने की प्रक्रिया की जा रही है. जब बिहार सरकार सभी पेंशनधारियों को यह विश्वास दिला चुकी है कि उनके एकाउंट में पैसे जायेंगे और सभी पेंशनधारकों का एकाउंट खोल कर उसे ऑनलाइन किया जा रहा है तो फिर इसमें गड़बड़ी कहां है? बिहार के पेंशनधारी को कोई दिक्कत नहीं है उनको देर से ही सही एक मुश्त पैसा उनके खाता में आ जायेगा. सुशील मोदी भले दावा करते रहे हो कि वो बिहार सरकार साढ़े सात साल उपमुख्यमंत्री रहे हैं, लेकिन उनकी बातों से लगता है कि वो बिल्कुल ही नौसिखुआ हैं.
उन्होंने कहा कि हिटलर ने कहा था कि सच्चाई और झूठ में एक ही फर्क है. ठीक से प्रचारित झूठ भी सच लगता है और कैसे भी झूठ को जोर-जोर से बोला जाये तो वो सच बन जाता है, तो भाजपा सुशील मोदी झूठ का प्रचार भी कुछ ऐसा ही करते हैं. संजय सिंह ने कहा कि सुशील मोदी को अपने केंद्रीय योजना के बारे में भी जानकारी लेनी चाहिए.
जीरो बैलेंस पर रिकॉर्ड संख्या में सरकार ने जन-धन खाते तो खोल दिये, लेकिन इनमें ट्रांजक्शन नहीं हो रहा है. लोग इस खाते में पैसे नहीं डाल रहे हैं. कहा गया था कि खाते खुलेंगे तो सरकार उसमें लाभ के पैसे डालेगी, लेकिन लोगों को निराशा हाथ लगी है. इस समस्या को लेकर केंद्र सरकार बैंकों पर दबाव बना रही है.
प्रधानमंत्री जो बोलते हैं, वह नहीं करते : नीरज
जदयू के प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कौशल विकास के नाम पर जो वादा किया वह फर्जीवाड़ा निकला है. कहा गया कि दो साल में 76 लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा. अगर आंकड़ा सही है तो बिहार भाजपा के नेता बतायें कि कितनों का सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में योगदान हुआ है. कौशल विकास के लिए बिहार के कितनों को प्रशिक्षण हो सका है.
उन्होंने कहा कि हाजीपुर स्थित एक संस्थान में तो 700 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं, लेकिन कौशल विकास के लिए 3000 का रजिस्ट्रेशन करवा दिया गया है. लगता है कि गोरखधंधा करना चाहते हैं और सिर्फ नौकरी के लिए सर्टिफिकेट देना चाहते हैं. नीरज कुमार ने कहा कि कौशल विकास केंद्र खोलने में भी भेद भाव किया गया है. छत्तीसगढ़ को 656 , हरियाणा में 241, मध्य प्रदेश में 483, महाराष्ट्र में 378 प्रशिक्षण केंद्र खोले गये हैं, जबकि बिहार में मात्र 135 केंद्र खोले गये.

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