पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि प्रदेश के लाखों विधवा, वृद्ध और दिव्यांग पेंशनधारियों को महज 400 रुपये की पेंशन के लिए एक से लेकर डेढ़ साल से टकटकी लगाना पड़ रहा है. सभी 68 लाख पेंशनधारियों को शीघ्र भुगतान नहीं हुआ तो भाजपा वृद्ध, विधवा और दिव्यांगों को लेकर प्रखंड मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन करेगी. मोदी ने कहा कि सरकार स्वयं स्वीकार कर रही है कि अभी तक करीब 30 लाख पेंशनधारियों का खाता नहीं खुल सका है. आखिर इन पेंशनधारियों का खाता कब खुलेगा.
बीपीएल परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए कबीर अंत्येष्टि अनुदान योजना के तहत दी जाने वाली तीन हजार रुपये की सहायता राशि और राष्ट्रीय व मुख्यमंत्री परिवार लाभ योजना के लिए जब खाता खोलने की आवश्यकता नहीं है तो फिर सात महीने से भुगतान क्यों नहीं हुआ है.
मृतक परिवार को सात महीने बाद अनुदान राशि दिये जाने का क्या औचित्य है. मोदी ने कहा कि 68 लाख पेंशनधारियों में से मात्र 25 लाख को ही 7 महीने बाद पेंशन राशि वितरित की जा सकी है. जिन 12 लाख पेंशनधारियों का खाता खुल गया है उन्हें भी अब तक भुगतान नहीं किया जा सका है, जबकि 30 लाख पेंशनधारियों का तो खाता भी नहीं खुला है. सरकार बताये कि इनका खाता कब खुलेगा और पेंशन का भुगतान कब तक होगा. अगर 30 लाख पेंशनधारी फर्जी हैं तो क्या सरकार ने जांच करा कर दोषियों पर कोई कार्रवाई की है.
यूपी चुनाव के पहले गंठबंधन में दरार : डॉ. प्रेम कुमार
विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि यूपी चुनाव के पहले ही गंठबंधन में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने दरार डाल दी है. मुलायम सिंह ने कहा कि यूपी चुनाव में राजद व जदयू से कोई गंठबंधन नहीं होगा.
गंठबंधन से नीतीश कुमार के जदयू को राष्ट्रीय राजनीति में आने का जो मौका मिल रहा था, उसे मुलायम ने रोक दिया.डॉ. कुमार ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान लालू, नीतीश, कांग्रेस और मुलायम सिंह यादव मिलकर महागंठबंधन बनाने के लिए महीनों मेहनत की, लेकिन एक झटके में मुलायम महागंठबंधन बनने से पहले ही अलग हो गये. इस बार भी यूपी चुनाव के पहले मुलायम ने नीतीश कुमार व लालू प्रसाद को झटका देकर अलग कर दिया. जदयू को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है.कांग्रेस भी वहां चुनाव लड़ रही है.
डा. कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने काले धन व भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए 1000 व 500 के नोट के प्रचलन पर रोक लगा दी, जिसका हर तरफ से स्वागत हो रहा है लेकिन सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा कि केन्द्र नोट बंदी का फैसला टाले, इससे स्पष्ट होता है कि काले धन के बल पर यूपी चुनाव लड़ने की तैयारियों पर पानी फिर गया. बसपा सुप्रीमो मायावती और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी काले धन व भ्रष्टाचार पर प्रधानमंत्री के कदम का विरोध कर के यह साबित कर दिया की इन लोगों को देश से कोई मतलब नहीं है.