नोटबंदी पर सियासत गरम

राजनीति. हजार व पांच सौ के नोट को लेकर चल रहे बयानों के तीर गोवा में नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमले के बाद बिहार में महागंठबंधन के नेताओं ने पलटवार किया है और इस मामले में विपक्ष की एकजुटता की पहल की. जहां एक ओर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2016 8:08 AM
राजनीति. हजार व पांच सौ के नोट को लेकर चल रहे बयानों के तीर
गोवा में नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमले के बाद बिहार में महागंठबंधन के नेताओं ने पलटवार किया है और इस मामले में विपक्ष की एकजुटता की पहल की. जहां एक ओर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने लोगों की असुविधा को लेकर केंद्र सरकार को घेरा, वहीं ममता बनर्जी ने इस मुद्दे पर लालू प्रसाद से बातचीत की.
हर खाते में 15 लाख नहीं आये, तो यह सर्जिकल नहीं, फर्जीकल स्ट्राइक होगा
पटना : करेंसी क्राइसिस पर लालू प्रसाद ने पहली प्रतिक्रिया में ही पीएम मोदी को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा है कि मोदीजी भरोसा दीजिये कि दो माह की असुविधा के बाद काले धल की उगाही होगी और जनता के खाताें में 15-15 लाख रुपये आ जायेंगे. उन्होंने कहा कि हम काले धन के विरुद्ध हैं. सरकार को आम आदमी की सहूलियत का ख्याल रखना चाहिए.
उन्होंने रविवार को ट्विट कर कहा कि इतना सब के बाद भी 15 लाख रुपये नहीं मिले तो इसका मतलब होगा कि यह सर्जिकल नहीं, बल्कि फर्जीकल स्ट्राइक था. यह आम जनता के साथ यह फेक इनकाउंटर कहा जायेगा. उन्होंने कहा है कि क्या सरकार 50 दिन बाद आंकड़ा सार्वजनिक करेगी कि खातों में पैसा होने के बावजूद कितने लोग खाने, इलाज और सदमे में मारे गये. दो हजार रुपये का नोट क्यों लाया गया? लाइन में खड़ा रहने के कारण देश को कितने अरब मैन ऑवर्स और प्रोडक्शन का नुकसान हुआ? कितने पूंजीपतियों का कितना लाख करोड़ बैंकों पर बकाया है? इसकी उगाही के लिए सरकार क्या कर रही है? ट्विटर पर तुकबंदी करते हुए उन्होंने लिखा है कि डिफॉल्टर पूंजपति पांच सितारों में, आम आदमी कतारों में, आप विदेशी नजारों में.
ममता बनर्जी ने लालू प्रसाद से की बात
पटना. करेंसी मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद से बातचीत की. रविवार को ढाई बजे दिन में हुई बातचीत में करेंसी को लेकर पूरे देश में चल रहे विवाद और आम लोगों को हो रही परेशानी पर बातचीत हुई. राजद नेताओं ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच बिहार, पश्चिम बंगाल और देश की ताजा राजनीति पर लगभग आधा घंटा तक चर्चा हुई.
पटना. देशभर में करेंसी को लेकर चल रहे हंगामे और बहस पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद ने कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा है कि मोदी जी यदि आपका दिल पसीज जाये तो करेंसी के लिए पीड़ित लोगों को कुछ राहत दे देना. एक रिट्विट के माध्यम से उन्होंने कहा है कि सरकार में बैठे लोगों को नोटबंदी के बाद आम लोगों की परेशानी को भी देखना चाहिए. लाइन में लगने वाले परेशान लोगों को पीएम मोदी ने 90 प्रतिशत को फ्रॉड, करप्ट और घोटालेवाज कहा है. यह मोदी का अहंकार ही है. उन्होंने कहा है कि घर-घर मोदी के नारे का मतलब था कि लोग घर ही नहीं बाहर में भी लात घूसों से लड़े. इधर, राजद के प्रदेश प्रवक्ता मनीष यादव, राज्य कार्यकारिणी के सदस्य भाई अरुण कुमार, सत्येंद्र पासवान ने कहा है कि नोटबंदी से हो रही आम लोगों की परेशानी को केंद्र सरकार नजरअंदाज कर रही है.
नोटबंदी से देश में अफरा-तफरी : शिवानंद
पटना. पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने रविवार को कहा कि नोटबंदी के फैसले से देश में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है. तीन-चार दिनों के तजुर्बे से स्पष्ट हो गया है कि बगैर पर्याप्त तैयारी इतना बड़ा कदम उठाया गया. दूसरी ओर इस निर्णय का मकसद कालाधन और आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किये जानेवाले जाली नोटों को समाप्त करना बताया गया है. लेकिन, इससे इन दोनो में से किसी मकसद को हासिल करना मुमकिन नहीं दिख रहा है. शिवानंद ने कहा कि एटीएम और बैंकों में पर्याप्त नकदी नहीं है, जिससे कतार में खड़े सभी लोगों काे भुगतान हो सके. हालत यह है कि दो हजार रुपये का नया नोट एटीएम में अंट नहीं रहा है. एक हजार के एवज में दो हजार का नया नोट लाकरसरकार ऐसे लोगों का रास्ता और आसान बना रही है. सरकार के इस तालीबानी कदम से देश का नगदी का व्यापार बिल्कुल ठहर गया है.
आज राज्यव्यापी विरोध दिवस मनायेगा मालेनोट बदलने के निर्णय को वापस लेने, जनजीवन व अर्थव्यवस्था से खिलवाड़ बंद करने, आर्थिक आपातकाल वापस लेने और काॅरपोरेट दलाली बंद करने की मांग को लेकर सोमवार को माले राज्यव्यापी विरोध दिवस मनायेगा. जिला मुख्यालयों पर पार्टी पुतला दहन और विरोध मार्च निकाली जायेगी. भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने रविवार को कहा कि 500 और 1000 के नोटों के विमुद्रीकरण से श्रमिक वर्ग, आम लोग और छोटे व्यवसायी वर्ग का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
पटना : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नवल शर्मा ने कहा कि बड़े नोटों पर पाबंदी का नरेंद्र मोदी सरकार का फैसला स्वागतयोग्य है. लेकिन, इससे जुड़े सवाल भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि क्या नोटबंदी से जो कालाधन निकलेगा वो आम जनता के खातों में जमा किया जायेगा? 15 लाख न सही पर इतनी बड़ी क्रांतिकारी घटना के बाद कुछ लाख रुपयों की आशा तो आम जनता कर ही सकती है. क्या भाजपा यह घोषणा कर सकती है?

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