8.50 करोड़ की उत्तर पुस्तिका घोटाले में पुलिस का चार्जशीट

पटना : कोतवाली थाने में पांच अगस्त को दर्ज 8.5 करोड़ रुपये की उत्तर पुस्तिका घोटाले के मामले में पुलिस ने न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर दिया है. चार्जशीट बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद, पूर्व सचिव हरिहरनाथ झा, स्टोरकीपर विकास, सदानंद शंकर, अजय कुमार सिंह, राजकिशोर गुप्ता व रजनीकांत पर दाखिल किया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2016 2:36 AM
पटना : कोतवाली थाने में पांच अगस्त को दर्ज 8.5 करोड़ रुपये की उत्तर पुस्तिका घोटाले के मामले में पुलिस ने न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर दिया है. चार्जशीट बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद, पूर्व सचिव हरिहरनाथ झा, स्टोरकीपर विकास, सदानंद शंकर, अजय कुमार सिंह, राजकिशोर गुप्ता व रजनीकांत पर दाखिल किया गया है. पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया था, जबकि औरंगाबाद के सरकारी अधिकारी नरेश कुमार गुप्ता की भूमिका की जांच हो रही है.
यह मामला गुजरात के व्यवसायी बिंदिया इंटरप्राइजेज के संचालक ब्रिजल कुमार, भरत भाई शाह ने कोतवाली थाने में दर्ज कराया था. इसमें 8.5 करोड़ रुपये की उत्तर पुस्तिका का घोटाला करने का आरोप लगाया गया था. ब्रिजल कुमार ने पुलिस को बताया था कि उन लोगों ने 28 ट्रक उत्तरपुस्तिकाएं भेजी थी. इधर, अभी इस मामले में पुलिस को कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए विभाग से अभियोजन स्वीकृति मांगी थी. लेकिन वह अभी तक नहीं मिली है. एसआइटी ने लालकेश्वर प्रसाद, हरिहरनाथ झा व विकास के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए विभाग से अभियोजन स्वीकृति की मांग की थी. एसएसपी सह सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा ने चार्जशीट दायर करने की पुष्टि की.
औरंगाबाद से बरामद हुईं थीं उत्तरपुस्तिकाएं : विदित हो कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने सात लोगों को पकड़ा था और कुछ उत्तरपुस्तिकाएं हिन्दुस्तान अवामी मोर्चा के नेता अजय सिंह के औरंगाबाद स्थित घर से बरामद की थीं. इसके बाद भी थोड़ी बहुत उत्तरपुस्तिकाएं बरामद की गयी थीं. हालांकि, सारी उत्तरपुस्तिकाएं गला दी गयीं और पैसे उठा लिये गये थे.
कोलकाता से पकड़ा गया स्टोरकीपर विकास था मास्टरमाइंड
इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड बिहार बोर्ड का स्टोरकीपर विकास कुमार था. उसने ही सारा खेल खेला था और गुजरात की कंपनी से 8.5 करोड़ की उत्तरपुस्तिकाएं पटना मंगवा ली थीं और न्यू बाइपास व अन्य जगहों पर गोदामों में रख कर धीरे-धीरे खपा दीं. विकास ने ही पुलिस के समक्ष यह जानकारी दी कि पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर और पूर्व सचिव हरिहरनाथ झा के आदेश पर इसे अंजाम दिया गया था. उसने ही पुलिस को बताया था कि उत्तरपुस्तिकाओं को राजकिशोर गुप्ता की मदद से न्यू बाइपास पर तीन गोदाम में रखा गया था. पुलिस ने विकास के बयान के बाद इस मामले में लालकेश्वर व हरिहर नाथ झा व अन्य से पूछताछ की. हालांकि, इन लोगों ने पूछताछ में इस मामले में शामिल होने से इनकार कर दिया था और बताया था कि विकास ने उनके फर्जी साइन कर यह कारामात किये. इसके बाद पुलिस ने हस्ताक्षर मिलान के लिए एफएसएल भी भेजा था.

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