दिल के मरीजों का हाल बुरा
आइजीआइसी : ओपन हार्ट सर्जरी के लिए मरीजों को करना पड़ रहा इंतजार पटना : इंदिरा गांधी ह्रदय रोग संस्थान (आइजीआइसी) में ओपन हार्ट सर्जरी के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है, क्योंकि सर्जरी के लिए इस्तेमाल की जानेवाली हार्ट-लंग्स मशीन खराब हो गयी है, वहीं बीएमआइसीएल अभी तक मशीन खरीद भी […]
आइजीआइसी : ओपन हार्ट सर्जरी के लिए मरीजों को करना पड़ रहा इंतजार
पटना : इंदिरा गांधी ह्रदय रोग संस्थान (आइजीआइसी) में ओपन हार्ट सर्जरी के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है, क्योंकि सर्जरी के लिए इस्तेमाल की जानेवाली हार्ट-लंग्स मशीन खराब हो गयी है, वहीं बीएमआइसीएल अभी तक मशीन खरीद भी नहीं पायी है.
अस्पताल व कॉरपोरेशन विभाग की लापरवाही के चलते हार्ट के मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रोजाना चार से छह मरीजों को बिना इलाज ही लौटना पड़ रहा है. जबकि मशीन पिछले आठ महीने से खराब है. मजबूरन मरीजों को प्राइवेट या फिर आइजीआइएमएस जाना पड़ रहा है.
पुरानी मशीन कंडम, कारीगरों ने दिया जवाब : आइजीआइसी में 25 साल पुरानी हार्ट लंग्स मशीन पूरी तरह से खराब हो चुकी है. मशीन अस्पताल में धूल फांक रही है. बड़ी बात तो यह है कि इतनी लंबी अवधि में अस्पताल प्रशासन ने दो बार मशीन को ठीक कर सर्जरी किया है. पिछले साल फिर से मशीन खराब हो गयी. इसके लिए फिर से कारीगर बुलाये गये.
लेकिन कारीगरों ने भी जवाब दे दिया. बिहार के अलावा कोलकाता, दिल्ली यहां तक कि मुंबई से एक्सपर्ट्स की टीम बुलायी गयी, लेकिन कोई भी मशीन ठीक नहीं कर पाया. कारीगरों ने मशीन को पूरी तरह से खराब बताया और नयी मशीन लाने की सलाह दी. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने भी स्वास्थ्य विभाग को लिखा इस पर विभाग ने बीएमआइसीएल को मशीन इंस्टाल करने की सलाह दी. लेकिन अभी तक मामला अटका हुआ है.
क्या काम करती है मशीन
डॉक्टरों के मुताबिक जब ओपन हार्ट सर्जरी की जाती है, तब हृदय काम नहीं करता. हार्ट लंग्स मशीन शरीर में हृदय का काम करती है. ऐसे में यह मशीन मरीज के लिए लाइफ सेविंग सपोर्टर का काम करती है. मरीज के शरीर से रक्त मशीन में जाता है. उसके बाद ऑक्सीनेटर के जरिये सीओ-2 को अलग कर दिया जाता है. ऑक्सीजन युक्त ब्लड को मशीन वापस शरीर में पहुंचाती है.