नोटबंदी से पेटीएम पर खूब बरसे नोट, 300 प्रतिशत तक बढ़ा कारोबार

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बीते आठ नवंबर की रात को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट के चलन को समाप्त करने की घोषणा के बाद भले ही शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों को करीब 80 हजार करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा हो, लेकिन बीते छह दिनों में मोबाइल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2016 12:28 PM

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बीते आठ नवंबर की रात को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट के चलन को समाप्त करने की घोषणा के बाद भले ही शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों को करीब 80 हजार करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा हो, लेकिन बीते छह दिनों में मोबाइल से भुगतान करने वाली कंपनी पेटीएम से करीब 300 फीसदी तक लेन-देन किया गया है. गौर करने वाली बात यह भी है कि नोटबंदी की घोषणा के बाद से अब तक देश में यह प्रमुख मोबाइल से भुगतान करने वाली कंपनी है, जिसने नोटबंदी को लेकर देश के प्रधानमंत्री को धन्यवाद किया है.

हालांकि, मोबाइल से भुगतान की प्रणाली को कंपनी ने पिछले साल छोटे स्तर पर भारतीय बाजार में पेश किया था, लेकिन आज यह लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में सबसे अहम हो गयी है. नोटबंदी के बाद से न केवल लोग मोबाइल रिचार्ज के लिए इस कंपनी के एप का इस्तेमाल कर रहे हैं, बल्कि सिनेमा हॉल के टिकट की बुकिंग से लेकर सब्जी की दुकानों तक इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. नोटबंदी के बाद से देश के कई शहरों में सब्जी वाले, चाय वाले, किताब की दुकान पर, बसों के किराये के लिए, स्कूल में फीस जमा करने के लिए, ट्यूशन सेंटरों पर, खुदरा दुकानों और रिटेल स्टोर्स पर पेटीएम की सुविधा उपलब्ध है.

कंपनी ने तय किया बड़ा लक्ष्य

पेटीएम कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि एक साल पहले ऑनलाइन से ऑफलाइन भुगतान प्रणाली के रूप में लॉन्च किया गया था. आज की तारीख में यह बिक्री केंद्रों पर भुगतान करने वाला सबसे तेजी से बढ़ता नेटवर्क है. कंपनी के अधिकारियों का यह भी कहना है कि चालू वित्त वर्ष 2016-17 उनका लक्ष्य देश में करीब आठ लाख से अधिक उपभोक्ताओं को अपने साथ जोड़कर 400 करोड़ तक सालाना लेन-देन करने का है.

वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि नोटबंदी के बाद से मोबाइल वालेट, डेबिट और क्रेडिट कार्ड और ऑनलाइन पैसे के भुगतान में करीब 200 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. विजय शेखर शर्मा के नेतृत्व वाली पेटीएम के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारियों का कहना है कि हम चालू वित्त वर्ष के अंत तक इस भुगतान प्रणाली से करीब 24,000 करोड़ रुपये तक लेन-देन करने में सक्षम होंगे.


पेटीएम के खाते में जमा वृद्धि में 1000 प्रतिशत का उछाल

बताया यह भी जा रहा है कि बीते दो दिनों में पेटीएम से कुल मिलाकर भुगतान में करीब 700 फीसदी तक इजाफा हुआ है और करीब पेटीएम के खाते में जमा राशि में करीब 1000 फीसदी तक वृद्धि दर्ज की गयी है. नोटबंदी की घोषणा से लेकर अब तक कुल मिलाकर इससे भुगतान में औसतन 200 फीसदी वृद्धि दर्ज की गयी है, जबकि गूगल प्ले और अन्य प्लेटफॉर्म से इसके एप के डाउनलोड करने की प्रक्रिया में करीब 300 फीसदी का इजाफा हुआ है. एक अनुमान के मुताबिक, बीते आठ दिनों के दौरान देश में अकेले गूगल प्ले से करीब पांच करोड़ लोगों ने पेटीएम के एप को डाउनलोड किया है.

पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जसजीत भंडारी का कहना है कि रोजाना लाखों लोग अपने आसपास के पेटीएम वाले कारोबारियों को इस फीचर की सहायता से भुगतान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके अलावा हम प्राथमिकता के आधार पर पेटीएम के उपयोग के लिए बिग बाजार, केंद्रीय भंडार और अन्य रिटेल स्टोरों की तेजी से चेक कर रहे हैं.

बताते चलें कि नोटबंदी के दूसरे दिन ही कैशलेश भुगतान के लिए पेटीएम ने वी जंबो, आर्चीज, वुडलैंड, मदुरा गारमेंट्स, रेड टेप, मॉडर्न बाजार और इजी डे जैसे बड़े रिटेल आउटलेट्स को अपना भागीदार बनाया. फिलहाल, बिग बाजार, केंद्रीय भंडार, ई-जोन, क्रॉमा, हेरिटेज फ्रेश, मोर, स्पेंसर, रेड टेप, द मोबाइल स्टोर, डब्ल्यूएच स्मिथ और बाटा जैसे बड़े ऑफलाइन स्टारों पर पेटीएम से किये गये भुगतान को स्वीकार किया जा रहा है. इतना ही नहीं, देश में करीब 8,50,000 के आसपास ऑफलाइन कारोबार में पेटीएम से किये गये भुगतान को स्वीकार किया जा रहा है.

Next Article

Exit mobile version