लाइए न भैया पैसा जमा करवा देंगे केवल 20% कमीशन दे दीजियेगा

ढाई लाख की छूट क्या मिली, अच्छे अच्छों की नीयत डोली पटना : लाइए न भैया पैसा जमा करवा देंगे. बाद के लिये भी डरने की जरूरत नहीं है, उसी समय चेक काट के दे देंगे. केवल 20 फीसदी कमीशन दे दीजियेगा. शहर के हर गली और मुहल्ले में इस तरह के लोग घूम रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2016 6:56 AM
ढाई लाख की छूट क्या मिली, अच्छे अच्छों की नीयत डोली
पटना : लाइए न भैया पैसा जमा करवा देंगे. बाद के लिये भी डरने की जरूरत नहीं है, उसी समय चेक काट के दे देंगे. केवल 20 फीसदी कमीशन दे दीजियेगा. शहर के हर गली और मुहल्ले में इस तरह के लोग घूम रहे हैं. हैरत की बात है कि इनमें ज्यादातर लोग ऐसे हैं, जिन्होंने जिंदगी में अब तक इस तरह का गलत काम नहीं किया. लेकिन, उनकी नियत भी नोटबंदी से बदली परिस्थिति में डोलने लगी है. ईमान दांव पर लगाने की इच्छा रखने वालों में युवक ही नहीं बल्कि बुजुर्ग भी शामिल हैं, हालांकि उनकी संख्या कम है.
पैसा कमाने का मान रहे बेहतर अवसर : कालेधन को सफेद बनाने के लिए देश भर में अपनाये जा रहे तरकीबों से संबंधित खबरों ने इस चर्चा को और भी बढ़ाया है. लोग दूसरे के खातों में अपना कालाधन जमा करवा रहे हैं, ऐसी खबरें सुन कर लोगों को लग रहा है कि पैसा कमाने का यह बेहतर अवसर है.
बिना निवेश या मेहनत किये 40-50 हजार या अधिक भी कमाया जा सकता है. इससे महिलाओं को राहत देने के लिये प्रधानमंत्री द्वारा दी गयी ढाई लाख की छूट का दुरुपयोग करने की होड़ मच गयी है. लोगों को लग रहा है कि यह अवसर छूट जायेगा तो जिंदगी में दुबारा नहीं मिलेगा. कुछ ऐसा मजाक में भी कह रहे हैं जबकि कुछ पूरी तरह गंभीर दिख रहे हैं .
लोभ में पढ़ा-लिखा वर्ग भी शामिल : इसमें कम पढ़े-लिखे से लेकर अधिक पढ़े लिखे तक सभी वर्ग के लोग शामिल हैं. उनमें इसका डर नहीं दिखता कि आयकर विभाग की नजर में आने पर लेन-देन की राशि पर उनसे बीस फीसदी तक टैक्स वसूला जा सकता है या अन्य तरह की दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है. अच्छी बात यही है कि ऐसी इच्छा रखने वाले व्यक्तियों को भी कालेधन वालों की तरफ से बहुत कम ऑफर मिल रहा है. हालांकि इसकी कुछ अलग वजहें हैं.
कमाना है तो कुछ कमा लीजिए
अच्छा समय है, कुछ कमाना है तो कमा लीजिए, पटना मार्केट, खेतान मार्केट और हथुआ मार्केट जैसे बड़े बाजारों में शुक्रवार को कुछ ऐसे व्यवसायी भी दिखें जो अपने परिचित का मन टटोलने के लिये घूमा फिरा कर इस प्रकार का ऑफर दे रहे थे. साथी को सांत्वना देते हुए यह कहते भी सुना गया,अभी समय है, बहुत मिल जायेंगे ऐसे खाते वाले.
मार्केट सूत्रों की मानें तो कम व्यवसायी ही अभी दूसरों के खातों का इस्तेमाल कर सके हैं क्योंकि ऐसे खातों से तुरंत अपने खाते में पैसा ट्रांसफर करना सुरक्षित नहीं होगा. अभी सरकार ऐसे खातों पर सीधी नजर रखेगी और ट्रांसफर के साथ ही व्यक्ति पूछताछ और निगरानी के दायरे में आ जायेगा. ऐसे में खाताधारी का बेहद विश्वस्त होना जरूरी है ताकि साल दो साल बाद भी वह कहने पर सुविधानुसार ढंग से पैसा ट्रांसफर कर दे.

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