नोटबंदी : शादी का कार्ड तो है, मगर बिना पैसे के ही खाली बैरंग लौटा रहे बैंक

पटना : वित्त मंत्रालय के आदेश के चौथे दिन सोमवार को भी शादी का कार्ड दिखा कर खाते से 2.5 लाख रुपये निकालने बैंक पहुंचे लोगों को खाली हाथ ही लौटना पड़ा. भारतीय स्टेट बैंक और बिहार स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक को छोड़ किसी बैंक में यह सुविधा नहीं मिली. अधिकतर बैंकों में सर्कुलर न आने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2016 7:39 AM

पटना : वित्त मंत्रालय के आदेश के चौथे दिन सोमवार को भी शादी का कार्ड दिखा कर खाते से 2.5 लाख रुपये निकालने बैंक पहुंचे लोगों को खाली हाथ ही लौटना पड़ा. भारतीय स्टेट बैंक और बिहार स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक को छोड़ किसी बैंक में यह सुविधा नहीं मिली. अधिकतर बैंकों में सर्कुलर न आने का हवाला दिया गया. वहीं, बाेरिंग रोड स्थित केनरा बैंक के मुख्य प्रबंधक त्रिपुरारी सिंह ने बताया कि अब तक कोई व्यक्ति शादी के कार्ड पर पैसा मांगने नहीं आया है. रिजर्व बैंक से सर्कुलर आना बाकी है. सर्कुलर आते ही इस पर काम शुरू हो जायेगा.

कुछ इसी तरह की दलील पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य प्रबंधक गजय सिंह और इलाहाबाद बैंक के सहायक महाप्रबंधक अारके लाल ने भी दी. उन्होंने बताया कि लोग जानकारी के लिए आ रहे हैं, लेकिन रिजर्व बैंक से अब तक गाइड लाइन नहीं मिली है. वहीं, डाकबंगला रोड चौराहा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक ने कहा कि एक-दो दिन बाद शादी कार्ड पर भुगतान शुरू हो जायेगा. गांधी मैदान स्थित इंडियन बैंक की मुख्य शाखा के मुख्य प्रबंधक रवि रंजन रवि ने बताया कि लोग जानकारी लेने के लिए पहुंच रहे हैं. मौर्यालोक परिसर स्थित भारतीय महिला बैंक में भी सर्कुलर नहीं मिलने की बात कही गयी.

पैसा मिला, तो राहत मिली : कार्ड दिखाकर 2.5 लाख निकासी की सुविधा स्टेट बैंक की श्रीकृष्णापुरी शाखा में मिली. यहां दोपहर तीन बजे तक 10 लोग पैसे निकाल सके. अपनी भांजी की शादी कार्ड पर पैसे निकालने श्रीकृष्णापुरी से अाये रवींद्र दास ने बताया कि घर में शादी का रस्म रिवाज चल रहा है और मैं अपनी बहन (संगीता दास) के लिए पैसे निकालने बैंक आया हूं. आज शाम बरात आने वाली है. पैसे लेने में दो घंटा से अधिक समय लग गया. पटेल नगर के एमपी श्रीवास्तव ने बताया कि दो दिन बाद बेटे की शादी है, लेकिन पैसे के लिए रस्म रिवाज को छोड़ बैंक का चक्कर लगना पड़ रहा है. शुक्रिया ताे बैंक अधिकारी को अदा करना चाहिए कि आवेदन देने के कुछ मिनट बाद ही स्वीकृत हो गया.
पैसा तो है, पर नहीं हो रहे शादी से जुड़े जरूरी काम : चांदमारी रोड के इंद्र रजक की बेटी की शादी 24 नवंबर को है. लेकिन, बैंक में पैसा रहते हुए जरूरी काम भी नहीं कर पा रहा था और पैसे को लेकर काफी परेशान था. कई लाेगों से मदद की गुहार लगायी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की. मैं अशोक राजपथ स्थित बिहार स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक पहुंच बैंक मैनेजर से मिला और उन्होंने लगभग आधा घंटा में आवेदन स्वीकृत कर दिया. को-ऑपरेटिव बैंक के शाखा प्रबंधक मोहम्मद जफार ने बताया कि अब तक चार लोगों को शादी कार्ड जरूरत के अनुसार भुगतान किया गया है. इसे लेकर कोई अड़चन नहीं है. आदर्श बिहार काॅलोनी, राजीव काॅलोनी के निवासी अलखदेव सिंह ने सोमवार को ओरियंटल बैंक आॅफ कॉमर्स को शादी कार्ड पर भुगतान के लिए आवेेदन दिया था, लेकिन उन्हें भुगतान नहीं हो सका.
नोट बदलने वालों की संख्या हुई कम, मगर बैंकों की मनमानी पड़ रही भारी : नोट बदलनेवालों की संख्या लगातार कम हुई है. सोमवार को बैंकों में सामान्य दिनों की तरह भीड़ देखी गयी. लेकिन कुछ बैंकों की मनमानी के कारण नोट बदलनेवालों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. बोरिंग रोड चौराहा स्थित आइसीआइसीआइ बैंक केवल अपने खाताधारी को ही पुराने नोट बदलने की सुविधा दे रहा है. वहीं, दो बजे से तीन बजे के बीच गैर खाताधारी को यह सुविधा दे रहा है. वहीं, पंजाब नेशनल बैंक करेंसी की कमी का हवाला देकर पुराने नोट नहीं बदल रहा है
बैंक के प्रबंधक का कहना है कि करेंसी आते ही यह सुविधा पुन: बहाल की जायेगी. भारतीय महिला बैंक में भी नोट बदलने का काम नहीं हुआ. डाकबंगला चौराहा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा गये सतवंत कुमार सिंह को जब यह बताया गया कि यहां केवल खाताधारी ग्राहकों के ही नोट बदले जायेंगे. इस पर विवाद हुआ. रिजर्व बैंक में भी नोट बदलने का काम हुआ. यहां भीड़ तो थी, लेकिन लाइनें छोटी थीं. स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में नोट बदलने के लिए एक ही काउंटर खोला गया, लंच के बाद एक और कांउटर खोला गया.
शहर में कहीं एटीएम बंद, तो कहीं एटीएम में पैसा नहीं : शहर में जगह-जगह एटीएम बंद होने से साेमवार को लोगों की परेशानी एक बार फिर बढ़ गयी. एटीएम से पैसा निकालने के लिए लोग इधर-से- उधर भटकते रहे. बैंक अधिकारियों ने बताया कि एटीएम बंद होने का मुख्य कारण एक बार फिर से उसे अपडेट करना है.
इसलिए, अधिकतर बैंकों की एटीएम काम नहीं कर रही है. एटीएम को अपग्रेड होने में दो-चार से अधिक दिन तक का समय लग सकता है. क्योंकि, अपडेट करने का काम बैंकों के सेंट्रल ऑफिस से होना है. शाम चार बजे स्टेशन रोड से डाकबंगला चौराहा तक तीन एटीएम हैं, जिसमें से एक्सिस बैंक की एटीएम ही खुली थी. वहीं, डाकबंगला से फ्रेजर रोड में आठ एटीएम में से बैंक ऑफ बड़ौदा और सेंट्रल बैंक की दो एटीएम खुली थी.
जहां लोगों की लाइनें लगी थीं. दोपहर तीन बजे तक बोरिंग रोड इलाके में 15 एटीएम में से दस बंद मिली. इस इलाके में स्टेट बैंक की दो, आइसीआइसी बैंक, एचडीएफसी, केनरा बैंक की ही एटीएम खुली थी. दोपहर दो बजे तक गांधी मैदान स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक, भारतीय महिला बैंक के शटर गिरे थे. कोतवाली थाना स्थित इलाहाबाद बैंक की मुख्य शाखा की एटीएम एक बजे करेंसी के अभाव में बंद थी. जबकि, पटना संग्रहालय परिसर की एटीएम बंद थी. वहीं, दोपहर बारह बजे तक हाइकोर्ट से लेकर इनकम टैक्स गोलंबर तक की तीन एटीएम में से एक स्टेट बैंक की एटीएम ही खुली थी.
सुबह 11 बजे मीठापुर बस स्टैंड रोड स्थित सभी 13 एटीएम बंद थी. वहीं, आर ब्लाॅक चौक के पास तीन एटीएम स्टेट बैंक की खुली थी. यहां लोगों की लंबी कतारें लगी थीं. शाम साढ़े चार बजे तक बुद्ध मार्ग की चार में से मात्र एक केनरा बैंक की एटीएम खुली थी. वहीं, मौर्यालोक परिसर स्थित तीन एटीएम में से दो काम कर रही थी. सबसे अधिक भीड़ स्टेट बैंक की एटीएम के बाहर दिखी.
प्रमुख सार्वजनिक बैंक की एटीएम पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक, इलाहाबाद बैंक, काॅरपोरेशेन बैंक, यूको बैंक आदि की एटीएम अधिकतर बंद दिखी. वहीं, कुछ निजी बैंक की एटीएम भी बंद थी.
व्यवस्था सुधरने में अभी लगेगा वक्त : एटीएम की व्यवस्था एक-दो दिन में सामान्य हो जायेगी. इस पर रिजर्व बैंक लगातार बैंकों के संपर्क में है. ये बातें भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक (बिहार-झारखंड) मनोज कुमार वर्मा ने कहीं. उन्होंने बताया कि एटीएम के अपग्रेडेशन का काम बैंकों के सेंट्रल कार्यालय से होना है. लोकल स्तर पर सॅाफ्टवेयर बदलने का काम नहीं हो सकता है. इसलिए, बैंकों की एटीएम पूरी तरह काम नहीं कर पा रही है. फिर भी उम्मीद है कि अगले एक-दो दिन में एटीएम पूरी तरह काम करने लगेगी.
पांच सौ रुपये के नोट के संबंध में वर्मा ने कहा कि रिजर्व बैंक की ओर से ये नोट जारी कर दिये गये हैं. अधिकतर सार्वजनिक बैंकों द्वारा शादी का कार्ड दिखाने पर रुपये न देने के संबंध में वर्मा ने कहा कि सभी बैंकों को इसकी अधिसूचना और गाइड लाइन जारी कर दी गयी है. अगर कोई भी बैंक यह कहता है कि मुझे रिजर्व बैंक से इस बारे में कोई सर्कुलर नहीं मिला है, तो सरासर गलत है. सिस्टम को लेकर कुछ परेशानी जरूरी है, क्योंकि पूर्व में 24 हजार रुपये तक देने का प्रावधान था. उसके बाद शादी के कार्ड पर 2.50 लाख कर दिया गया है. उससे सिस्टम में बैंक को परेशानी जरूर हो रही है.

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