पटरी पर कोहराम : कानपुर रेल हादसे में बिहार के मृतकों की संख्या 39 तक पहुंची

कानपुर/पटना : रविवार को बेपटरी हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन में फंसे कई और यात्रियों के शव सोमवार को निकाले गये. इस दौरान 16 और शव मिलने के साथ ही इस हादसे में मरनेवालों की संख्या बढ़ कर 146 हो गयी है. 130 शवों की पहचान हो चुकी है और 127 शव उनके परिजनों को सौंप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2016 7:54 AM
कानपुर/पटना : रविवार को बेपटरी हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन में फंसे कई और यात्रियों के शव सोमवार को निकाले गये. इस दौरान 16 और शव मिलने के साथ ही इस हादसे में मरनेवालों की संख्या बढ़ कर 146 हो गयी है. 130 शवों की पहचान हो चुकी है और 127 शव उनके परिजनों को सौंप दिये गये हैं. वहीं, बचाव कर्मियों ने पूरी रात और दिन चले अभियान के बाद किसी के जीवित बचने की संभावना क्षीण होने के कारण बचाव अभियान समाप्त कर दिया है. इस हादसे में बिहार के मृतकों की संख्या 39 तक पहुंच गयी है.
हालांकि, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बिहार के 32 लोगों की ही मौत की पुष्टि की है. कानपुर में कैंप कर रहे प्रत्यय अमृत ने सोमवार को फोन पर बताया कि सभी के शवों को भेज दिया गया है. दाह-संस्कार में संबंधित डीएम या वरीय अधिकारी को मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है. मंगलवार को सभी मृतकों के परिजनों को बिहार सरकार की ओर से दो-दो लाख मुआवजे का भुगतान किया जायेगा. प्रत्यय अमृत ने कहा कि कानपुर के अस्पताल में अभी बिहार के 13 घायल यात्रियों का इलाज चल
रहा है. उन्होंने बताया कि कानपुर अस्पताल के जिस वार्ड में बिहार के 13 घायलों का इलाज चल रहा है, उस वार्ड में ही अस्पताल प्रशासन की सहमति से एक हेल्प डेस्क बनाया गया है. इससे लोगों को किसी प्रकार की जानकारी आसानी से मिल रही है. उन्होंने कहा कि घायलों का बेहतर इलाज हो रहा है. इसके बावजूद यदि कोई बिहार लौटने या इलाज के लिए दूसरी जगह जाने की इच्छा व्यक्त करेंगे, तो उन्हें हमलोग हर संभव मदद करेंगे. उन्होंने मदद के लिए यूपी के प्रशासनिक अधिकारी और चिकित्सकों की सराहना की.
मरनेवालों में उत्तर प्रदेश से 68, मध्य प्रदेश से 28, महाराष्ट्र से दो और झारखंड से एक रेल यात्री है.
इस बीच रेलवे ने हादसे की जांच शुरू कर दी है. कमिश्नर, रेलवे सुरक्षा (पू्र्वी क्षेत्र) पीके आचार्य घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं.इंदौर से पटना आ रही ट्रेन के 14 डिब्बे कानपुर देहात जिले के पुखरायां में रविवार को अलसुबह करीब 3:10 बजे बेपटरी हो गये थे. दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों को पटरी से हटा लिया गया है. रेल यातायात पटरियों की मरम्मत के बाद ही प्रारंभ हो पायेगा. रेलवे के इंजीनियर इस मरम्मत के काम में जुटे हैं. हादसे के लगभग 350 पीड़ितों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन सोमवार तड़के पटना पहुंची. शवों की पहचान के लिए रेलवे ने डीएनए सैंपल लेने का फैसला किया है. गंभीर घायल यात्रियों को हैलट और उर्सला समेत कई सरकारी अस्पतालों में भरती कराया गया है.
नयी दिल्ली. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में सोमवार को हंगामे के बीच ट्रेन हादसे को लेकर बयान दिया. इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त की जांच के साथ हादसे की फॉरेंसिक जांच भी होगी. दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी. यह भी कहा कि पुराने डिब्बों की जगह आधुनिक दुर्घटना रोधी कोच लगाने का काम तेज होगा. उन्होंने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के साथ घटनास्थल का मुआयना किया और अस्पताल में घायलों से मुलाकात की. विपक्ष ने दोनों सदनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी को लेकर खूब हंगामा किया. विपक्ष के सांसदों ने एक सुर में मांग रखी की इस पर तभी चर्चा होगी, जब पीएम मोदी सदन में उपस्थित हों.

Next Article

Exit mobile version