इंटरनेट से रोजाना 75000 बुक कराते हैं रेल टिकट

बिहार में बढ़ा ऑनलाइन िरजर्वेशन का क्रेज प्रभात रंजन पटना : आरक्षण टिकट काउंटरों पर यात्रियों की भीड़ कम हो, इसको लेकर रेलवे बोर्ड ने आइआरसीटीसी के सहयोग से सितंबर, 1999 में इ-टिकट बुकिंग की शुरुआत की थी. शुरुआती दिनों में बिहार से दो-चार लोग ही इ-टिकट बुक कर रहा रहे थे. लेेकिन, अब बिहार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 24, 2016 6:07 AM
बिहार में बढ़ा ऑनलाइन िरजर्वेशन का क्रेज
प्रभात रंजन
पटना : आरक्षण टिकट काउंटरों पर यात्रियों की भीड़ कम हो, इसको लेकर रेलवे बोर्ड ने आइआरसीटीसी के सहयोग से सितंबर, 1999 में इ-टिकट बुकिंग की शुरुआत की थी. शुरुआती दिनों में बिहार से दो-चार लोग ही इ-टिकट बुक कर रहा रहे थे. लेेकिन, अब बिहार में इसकी संख्या रोजाना बढ़कर 75 हजार के करीब पहुंच गयी है. आइआरसीटीसी के क्षेत्रीय अधिकारी बताते हैं कि सूबे में आइआरसीटीसी के यूजर्स की संख्या बढ़ने के साथ-साथ इ-टिकट लेने वालों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है.
3.70 लाख यूजर्स की संख्या एक वर्ष में बढ़ी : इ-टिकट लेने वालों को पहले आइआरसीटीसी का यूजर बनना पड़ता है. अब हर वर्ष यूसर्स की संख्या बढ़ रही है. हालांकि, डिजिटल इंडिया के प्रचार-प्रसार के बाद आइआरसीटीसी के यूजर्स में तीन गुना बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. वर्ष 2014 में यूजर्स की संख्या 40 हजार और वर्ष 2015 में 1.26 लाख, जबकि वर्ष 2016 में अब तक 4.96 लाख हो गयी है. स्थिति यह है कि यूजर्स की संख्या बढ़ने की वजह से देश में 56 प्रतिशत रेल यात्री इ-टिकट से सफर कर रहे हैं, जबकि 44 प्रतिशत लोग अब भी काउंटर से टिकट ले रहे हैं.
जैसे-जैसे आइआरसीटीसी के यूजर्स की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे आइआरसीटीसी प्रबंधक सर्वर की क्षमता भी बढ़े रहे हैं. सर्वर की क्षमता बढ़ाने की वजह से ही वर्तमान में देश भर मेें प्रति मिनट 16,629 लोग इ-टिकट बुक करा रहे हैं. इ-टिकट बुकिंग सुविधा की वजह से ही तत्काल टिकट लेने वाले लोगों की भीड़ टिकट काउंटरों पर काफी कम हो गयी है. तत्काल टिकट लेने वाले 81 प्रतिशत लोग इंटरनेट से ही टिकट बुक करा रहे हैं.

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