आज से गांधी मैदान सर्किल वन-वे
पहल. दोपहर 12 बजे से नयी व्यवस्था शुरू, दायें मुड़ने की नहीं होगी इजाजत पटना : गांधी मैदान के चारों ओर ट्रैफिक गुरुवार की दोपहर 12 बजे से वन-वे कर दिया जायेगा. इस रूट पर गाड़ियों को कहीं भी, किसी भी मोड़ पर दायें मोड़ने की इजाजत नहीं होंगी. गाड़ियां घड़ी की सुई की दिशा […]
पहल. दोपहर 12 बजे से नयी व्यवस्था शुरू, दायें मुड़ने की नहीं होगी इजाजत
पटना : गांधी मैदान के चारों ओर ट्रैफिक गुरुवार की दोपहर 12 बजे से वन-वे कर दिया जायेगा. इस रूट पर गाड़ियों को कहीं भी, किसी भी मोड़ पर दायें मोड़ने की इजाजत नहीं होंगी. गाड़ियां घड़ी की सुई की दिशा में सिर्फ अपनी बायीं तरफ मुड़ सकेंगी. प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के निर्देश पर यह नयी व्यवस्था 15 दिनों के लिए प्रायोगिक तौर पर शुरू की जा रही है.
इस दौरान इसकी समीक्षा विशेष टीम करेगी. ट्रैफिक एसपी प्राणतोष कुमार दास की अध्यक्षता में बनी इस टीम में एनआइटी के प्रोफेसर संजीव सिन्हा और बुडको के परियोजना निदेशक सत्येंद्र कुमार सिंह शामिल किये गये हैं.
दोनों फ्लैंक पर होगा परिचालन : ट्रैफिक एसपी ने बताया कि नयी व्यवस्था के तहत वाहनों का परिचालन दोनों फ्लैंक पर होगा, यानी इनर और आउटर सर्किल दोनों में वाहन एक दिशा में ही चलेंगे. सिर्फ गुरुपर्व के दौरान इनर सर्किल पूरी तरह पैदल यात्रियों के लिए उपयोग में लाया जायेगा.
ट्रैफिक लाइट नहीं करेंगे काम : गुरुवार से गांधी मैदान सर्किल में ट्रैफिक लाइटें बंद कर दी जायेंगी. सभी में पीली बत्तियां जलेंगी. वाहन चालकों को बिना रुकावट चलने के लिए विशेष व्यवस्था की जायेगी. किसी भी गोलंबर पर यू-टर्न की इजाजत नहीं होगी.
अतिरिक्त बल होंगे तैनात : नयी व्यवस्था को सफल बनाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किये जायेंगे. ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ायी जायेगी. साथ ही 15 अतिरिक्त होमगार्ड भी तैनात किये जायेंगे.
छज्जुबाग से रामगुलाम चौक तक
छज्जुबाग से बिस्कोमान की तरफ से चिल्ड्रेन पार्क होते हुए कारगिल चौक से रामगुलाम की तरफ जाना होगा. बैंक रोड से भी रामगुलाम की तरफ जाने के लिए इसी तरह जाना होगा.
एग्जीबिशन रोड से एक्जीबिशन रोड फ्लाइओवर तक
एग्जीबिशन रोड से से निकलकर जेपी गोलंबर से चिल्ड्रेनपार्क और कारगिल चौक होते हुए रामगुलाम चौक से फ्लाइओवर पर जाना होगा.
अशोक राजपथ से मगध महिला कॉलेज तक
अशोक राजपथ से कारगिल चौक से बायीं तरफ मुड़कर रामगुलाम चौक, जेपी गोलंबर से चिल्ड्रेन पार्क होते हुए मगध महिला कॉलेज जा सकेंगे.
बारीपथ से अशोक राजपथ
बारीपथ से गांधी मैदान थाना मोड़ से बायें की तरफ मुड़ते हुए रामगुलाम चौक, जेपी गोलंबर, चिल्ड्रेन पार्क होते हुए कारगिल चौक से सीधे अशोक राजपथ की तरफ जाना होगा.
निरीक्षण करेगी टीम
नयी व्यवस्था प्रायोगिक तौर पर शुरू की जा रही है. जो भी परेशानियां या खामियां सामने आयेंगी, उसका टीम निरीक्षण करेगी. 15 दिनों बाद फाइनल रिपोर्ट सबमिट की जायेगी. अगर व्यवस्था कामयाब रही, तो हमेशा के लिए इसे लागू कर दिया जायेगा.
गांधी सेतु की मरम्मत में देरी पर फटकार
पटना. पटना उच्च न्यायालय ने महात्मा गांधी सेतु कर मरम्मत काे लेकर नेशनल हाइवे आॅथर्टी को कड़ी फटकार लगायी. कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश जस्टिस हेमंत गुप्ता और जस्टिस विकास जैन की कोर्ट ने बुधवार को इस मामले में दायर लोक हित याचिका की सुनवाई करते हुए एनएचआइए को दो सप्ताह में बताने को कहा कि वह पुल की मरम्मत कितने समय में पूरे कर लेगी.
पांच बदलाव हुए, तो गांधी मैदान का यातायात भी बन सकता है दिल्ली के कनॉट प्लेस जैसा
पटना. गांधी मैदान की सड़कें 24 नवंबर से वनवे कर दी जायेंगी. गाड़ियां दोनों फ्लैंक पर क्लॉक वाइज घूमेंगी. जाम से निजात दिलाने के लिए इस व्यवस्था को प्रायोगिक तौर पर शुरू किया जा रहा है. अगर प्रयोग सफल रहा तो यह दिल्ली का कनॉट प्लेस बन सकता है. ट्रैफिक एक्सपर्ट और एनआइटी के प्रोफेसर संजीव सिन्हा के अनुसार इन सुझावों पर अमल कर गांधी मैदान का बेहतर बनाया जा सकता है…
1. डिवाइडर डेमोलिशन : वनवे की सफलता के आगे सबसे बड़ी चुनौती होगी डिवाइडर की. वर्तमान में सड़कें दो फ्लैंक में बंटी हैं, जिसे एक करना होगा. इसके लिए डिवाइडर डेमोलिश करना जरूरी है. गांधी मैदान से सटे फ्लैंक की गाड़ियों को टर्निंग प्वाइंट पर मूव करने से दूसरे फ्लैंक की रफ्तार प्रभावित होगी.
2. अतिक्रमण : जाम से निजात के लिए अतिक्रमण हटाना जरूरी होगा. सड़कों के किनारे लगने वाली दुकान और गांधी मैदान के किनारे वर्षों से पड़ी बेकार गाड़ियों को हटाना होगा. इससे सड़क की चौड़ाई बढ़ेगी और सड़क पर वाहनों की चाल सुगम होगी.
3. एप्रोच रोड : सभी एप्रोच रोड, जैसे बारीपथ, अशोक राजपथ, एग्जीबिशन रोड, बैंक रोड जैसी टर्निंग पर पैदल यात्रियों को पार करने के लिए विशेष व्यवस्था करनी होगी. या तो यहां दिल्ली के कनॉट प्लेस की तरह अंडर ग्राउंड पाथ वे बनाना होगा.
4. ऑटो स्टैंड : जाम की समस्या को गौर से अध्ययन करें, तो ऑटो की बेतरतीब पार्किंग बड़ी वजह के रूप में सामने आयेगी. इसलिए ऑटो स्टैंड का निर्धारण करना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. इससे यात्रियों को निर्धारित जगहों पर उतारा व बैठाया जा सकेगा. बीच सड़क पर रोककर यात्री बैठाने से जाम लगता है.
5. फुटपाथ : पूरा गांधी मैदान घूम लीजिए, कहीं भी फुटपाथ नजर नहीं आयेगा. फुटपाथ की व्यवस्था नहीं की गयी, तो लोग सड़क पर चलेंगे. इससे वाहन सड़क की कुछ चौड़ाई छोड़कर और ऐसे में सभी तरह की तैयारी व्यर्थ हो सकती है.