नोटबंदी पर लालू का ट्वीट, पूछा- कहीं ऐसा तो नहीं, संघ के आदेश पर ही यह किया गया
पटना : नोटबंदी के फैसले पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आज एक के बाद कई ट्वीट कर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. लालू प्रसाद ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा है. राजद सुप्रीमो ने ट्वीट कर पूछा है कि क्याआरएसएस को लोगों की […]
पटना : नोटबंदी के फैसले पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आज एक के बाद कई ट्वीट कर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. लालू प्रसाद ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा है. राजद सुप्रीमो ने ट्वीट कर पूछा है कि क्याआरएसएस को लोगों की पीड़ा का आनंद आ रहा है. कहीं ऐसा तो नहीं, संघ के आदेश पर ही यह किया गया. उन्होंने कहा कि मोहन भागवत चुप क्यों है.
क्या RSS को लोगों की पीड़ा का आनंद आ रहा है? कहीं ऐसा तो नहीं, संघ के आदेश पर ही यह किया गया? मोहन भागवत चुप क्यों है?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 24, 2016
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए राजद सुप्रीमो ने अपने अगले ट्वीट में कहा है किपीएम बताये कि रुपये की कमजोरी और बदतर हालात का जिम्मेवार कौन है. उन्होंने कहा कि इस कदम सेजीडीपी ग्रोथ रेट जो गोते खाएगी, उसकी भरपाई में कितने वर्ष लगेंगे. इस कदम से भारतीय अर्थव्यवस्था में अव्यवस्था की छवि वाला जो नकारात्मक संदेश पूरे विश्व में गया है, उससे उबरने में कितने सालों की बलि चढ़ेगी.
तुमने जो हंगामा खड़ा किया है, उसके शोर-शराबे में करोडों लोगों के भूख और पीड़ा से कराहने की आवाज दब रही है, पर समझ लो अब और नहीं दबेगी।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 24, 2016
लालू प्रसाद ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि तुमने जो हंगामा खड़ा किया है, उसके शोर-शराबे में करोड़ों लोगों के भूख और पीड़ा से कराहने की आवाज दब रही है, पर समझ लो अब और नहीं दबेगी. देश का किसान निर्धन सही, किंतु निर्बल नहीं है. भूखे किसान व निर्धन को सताने में प्रधानमंत्री को कौन सा नैसर्गिक सुख प्राप्त हो रहा है.
हम काले धन के सख़्त विरोधी हैं। काले धन वालों को दबोचो। किंतु इसके नाम पर आप पूंजीपतियों की गोद में बैठकर आम लोगों को परेशान नहीं कर सकते?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 24, 2016
कालेधन के सख्त विरोधीहोने की बात करते हुए राजद सुप्रीमो ने आगे लिखा है कि काले धन वालों को दबोचो. किंतु इसके नाम पर आप पूंजीपतियों की गोद में बैठकर आम लोगों को परेशान नहीं कर सकते.