सफाई और मशीन न देख नाराज, मान्यता पर संकट

डेंटल कॉलेज पहुंची डीसीआइ की टीम पटना : पटना डेंटल कॉलेज के बीडीएस में 40 सीटों पर फिर से खतरे का बादल मंडराने लगा है. क्योंकि, शुक्रवार को डेंटल कॉलेज का निरीक्षण करने आयी डीसीआइ की टीम वहां की व्यवस्था देख काफी नाराज हुई और असंतुष्ट होकर लौट गयी. दरअसल पटना डेंटल कॉलेज में बीडीएस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2016 6:00 AM

डेंटल कॉलेज पहुंची डीसीआइ की टीम

पटना : पटना डेंटल कॉलेज के बीडीएस में 40 सीटों पर फिर से खतरे का बादल मंडराने लगा है. क्योंकि, शुक्रवार को डेंटल कॉलेज का निरीक्षण करने आयी डीसीआइ की टीम वहां की व्यवस्था देख काफी नाराज हुई और असंतुष्ट होकर लौट गयी.

दरअसल पटना डेंटल कॉलेज में बीडीएस की 40 सीटों पर दाखिले के बाद कॉलेज में संसाधनों का निरीक्षण करने शुक्रवार को डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम पहुंची थी. टीम कॉलेज की व्यवस्था से काफी नाखुश दिखी और उसने नाराजगी भी जतायी. सरकार की ओर से संसाधनों को दूर करने से संबंधित दिये गये अंडर टेकिंग को लेकर टीम ने कॉलेज की व्यवस्था देखी. टीम शिक्षकों की कमी, प्रयोगशाला में उपकरणों का अभाव और अस्पताल की व्यवस्था देख काफी नाराज दिखी. डीसीआइ की टीम में ग्वालियर के जग्गी और गुरुग्राम के डॉ अनिल गुप्ता शामिल थे. टीम ने सबसे पहले शिक्षकों का ब्योरा लिया. वहीं, टीम ने पाया कि तीन प्रोफेसरों, एक रीडर और एक लेक्चरर का पद अभी भी रिक्त हैं. जबकि, दो माह पूर्व सरकार ने खाली पदों पर शिक्षकों की तैनाती का आश्वासन दिया था. इसी प्रकार प्रयोगशाला में छात्र-छात्राओं के लिए कई महत्वपूर्ण उपकरण नहीं हैं.

परिसर में गंदगी, मशीन भी नहीं थे : निरीक्षण करने पहुंची टीम ने पाया कि अस्पताल में रूट कैनाल ट्रीटमेंट के लिए मशीन नहीं है. अस्पताल में गंदगी पर भी टीम नाराज हुई. जगह-जगह पर गंदगी के अंबार थे. अगस्त माह में डीसीआइ ने बीडीएस की 40 सीटों पर शर्त के अनुसार दाखिले की अनुमति दी थी.

सरकार की ओर से कॉलेज के प्रिंसिपल ने डीसीआइ को दो माह में कमियों को दूर करने को कहा था. लेकिन, कमी यथावत रही. कॉलेज के प्रिंसिपल ने कहा िक 40 सीटों पर मान्यता को लेकर डीसीआइ की टीम पहुंची थी. हमने कॉलेज में उपकरणों की कमी को दूर करने के लिए बीएमएसआइसीएल पत्र भेज दिया है. इसकी जानकारी हमने टीम के सदस्यों को भी दी है. उम्मीद है कि फैसला कॉलेज के हक में ही होगा.

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