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लड़की देखी, अंगूठी पहनायी, तीन दिन बाद बोला…नापसंद है, नहीं करेंगे शादी

वारदात . कहीं ये तो नहीं अभिषेक व सागर के कत्ल की वजह पटना : सगे भाई, एक साथ निर्मम हत्या और मौके पर कोई बड़ा सुराग नहीं. इस डबल मर्डर से पुलिस का माथा ठनक गया है. घरवालों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है, एफआइआर में किसी का नाम नहीं दिया गया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2016 1:50 AM

वारदात . कहीं ये तो नहीं अभिषेक व सागर के कत्ल की वजह

पटना : सगे भाई, एक साथ निर्मम हत्या और मौके पर कोई बड़ा सुराग नहीं. इस डबल मर्डर से पुलिस का माथा ठनक गया है. घरवालों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है, एफआइआर में किसी का नाम नहीं दिया गया है. हत्या भी बड़े ही सफाई से की गयी है. …तो आखिर कौन है ये पेशेवर अपराधी जिसने दोनों भाइयों की हत्या कर दी? यह सवाल है, जिसका जवाब मृतक के परिजनों को चहिए और पुलिस को चाहिए ठोस सुराग, जो हत्यारों तक पहुंचा सके. पुलिस का अनुसंधान शुरू हो गया.
गांधी मैदान पुलिस ने घरवालों से पूछताछ की है. मृतक भाइयों के मामा अनिल कुमार ने बताया कि अभिषेक की शादी होने वाली थी, लेकिन टूट गयी. दरअसल विश्वकर्मा पूजा से पहले अभिषेक के लिए लड़की देखी गयी थी. लड़की रोहतास जिले के बंजारी की रहने वाली है. घरवालाें के साथ अभिषेक लड़की देखने गया था.
वहां पर लड़की पसंद की, अंगूठी पहनायी, विदाई के रूप में गिफ्ट नकदी की लेन-देन हुई. लड़कीवालों को पूरा यकीन था कि शादी होगी. लेकिन तीन दिन बाद अभिषेक ने जो फैसला लिया, वह लड़कीवालों को तेज झटका देनेवाला था. अभिषेक ने अपने घरवालों को बताया कि वह शादी नहीं करेगा, लड़की पसंद नहीं है. उसके मामा अनिल, मां रेनू देवी समेत कई लोगों ने समझाया लेकिन वह शादी के लिए तैयार नहीं हुआ. बाद यह संदेश लड़कीवालों को बताया गया, वह लोग काफी नाराज हुए. पंचायत भी हुई थी लेकिन बात नहीं बनी. पुलिस इस मामले को दोनो भाइयों की हत्या के बाद जांच के बिंदु में शामिल किया है. शक है कि कहीं इस खुन्नस में तो हत्या नहीं हुई है. इसकी पड़ताल के लिए पटना पुलिस रोहतास के बंजारी जायेगी. घरवालों से पूछताछ करेगी.
बेहोश करने के बाद दिया गया हत्या को अंजाम!
अभिषेक और सागर शरीर से काफी मजबूत थे. एक साथ दोनों को एक ही कमरे में मार देना इतना आसान नहीं था. अपराधियों ने गोली भी नहीं मारी है, बड़े ही निर्ममता से हत्या की गयी है. पुलिस को इस बात का शक है कि कोई ऐसा शख्स है जो दोनों भाइयों को जानता है. कमरे पर आता जाता है. घटना के दिन सुनियोजित तरीके से कमरे में अपराधी पहुंचा और खाने-
पीने के किसी सामान में पहले नशीला पदार्थ मिला कर खिला दिया, जिससे दोनों बेहोश हो गये. इसके बाद बारी-बारी से दोनों की चाकू से हत्या की गयी. दोनों का पैंट उतार कर उनका प्राइवेट पार्ट कूच दिया गया. अनुमान है कि हत्यारे काफी देर तक कमरे में मौजूद रहे. इसके बाद कमरे में ताला लगाकर भाग गये.
पढ़ने में बचपन से ही मेधावी था अभिषेक
अभिषेक मेधावी छात्र रहा है. मैट्रिक और इंटर में अच्छे अंक से पास हुआ था. उसने कुछ दिनों तक पटना में रह कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी की और परीक्षा में शामिल हुआ. उसे प्रतियोगी परीक्षा में सफलता भी मिली लेकिन बाद में वह यह सब छोड़ कर अपने बिजनेस में लग गया था. उसका भाई सागर उसका सहयोग करता था.
24 की शाम 6.09 बजे तक अपडेट था व्हाटसएप
मृतक के जीजा अमित कुमार के मुताबिक 24 की शाम के बाद दोनों का मोबाइल फोन बंद हो गया था. अभिषेक के मोबाइल फोन के व्हाटसएप नंबर का अंतिम अपडेट शाम के 5.52 बजे का है. वहीं मझले भाई सागर के मोबाइल का व्हाटसएप 6.09 बजे तक अपटेड हुआ है. इसके बाद से ही मोबाइल बंद हो गया था.

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