पटना : केंद्रीय खाद्य एवं जनवितरण मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार द्वारा नोटबंदी का समर्थन किए जाने का स्वागत करते हुए इसका विरोध कर रहे प्रदेश में सत्ताधारी अन्य दो पार्टियों राजद और कांग्रेस से कहा है कि अगर वे अपनी सरकार के मुखिया के इस निर्णय से सहमत नहीं हैं तो उन्हें गठबंधन तोड़ देना चाहिए.
अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर रवाना होने के पूर्व भाषा से बातचीत करते हुए रामविलास पासवान ने नीतीशकुमार द्वारा नोटबंदी का समर्थन किए जाने का स्वागत करते हुए इसका विरोध कर रहे प्रदेश में सत्ताधारी अन्य दो दलों राजद और कांग्रेस से कहा है कि अगर वे अपनी सरकार के मुखिया के इस निर्णय से सहमत नहीं हैं तो उन्हें जदयू से गठबंधन तोड़कर सरकार से बाहर हो जाना चाहिए.
पासवान ने नीतीश और उनकी पार्टी द्वारा नोटबंदी का समर्थन किए जाने के लिए उनको धन्यवाद देते हुए कहा कि जो भी अन्य प्रगतिशील विचार वाले और ईमानदार लोग हैं वे सभी इसका समर्थन कर रहे हैं. कालाधन का समर्थन करने वालों को जनता माफ नहीं करेगी.
बिहार में सत्ता में शामिल जदयू के नोटबंदी का समर्थन किए जाने और राजद और कांग्रेस के इसका विरोध करने के बारे में पासवान ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और कांग्रेस आलाकमान या तो अपनी प्रदेश सरकार के मुखिया और महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे नीतीश के नोटबंदी को लेकर उनके राय को माने या फिर गठबंधन तोड़कर सरकार से बाहर हो जाएं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी का विरोध कर रही राजद और कांग्रेस की ‘गुड़ खाएं और गुलगुले से परहेज’ की नीति नहीं चलेगी.
बिहार विधानसभा स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत के दौरान गत 25 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी का एकबार फिर समर्थन करते हुए कहा था कि नोटबंदी का यह कदम कोई साधारण कदम नहीं, बहुत ‘साहसिक कदम’ है पर इसे लागू करने के लिए तैयारी और की गयी होती तो किसी को कठिनाई नहीं होती.
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश ने यह भी दोहराया था कि केवल नोटबंदी से नहीं बल्कि बेनामी संपत्ति पर जबतक प्रहार नहीं किया जाएगा कालेधन के खिलाफ की गयी कार्रवाई का उतना परिणाम नहीं आएगा जितना आना चाहिए.
केंद्रीय खाद्य एवं जनवितरण मंत्री और लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने नोटबंदी के विरोध में कल ‘भारत बंद’ का आहवान करने वाले विपक्षी दलों से आग्रह किया है कि वे भी ऐसा करने के बजाय कालाधन के खिलाफ नोटबंदी के केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत करें और इस अभियान में सहयोग करें.
पासवान ने केंद्र सरकार के इस कदम को सराहनीय बताते हुए दावा किया कि देश की 85 प्रतिशत पासवान ने आम जनता और गरीब सरकार के साथ हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वह अपने स्वार्थ के कारण ऐसा कर रहे हैं.