आतंकियों को कोर्ट लाते समय पुलिस करेगी स्कॉट
पटना : नाभा जेल ब्रेक की घटना के बाद आतंकियों व नक्सलियों के जेल से कोर्ट लाने के क्रम में सुरक्षा के दृष्टिकोण से अब थाना-पुलिस को भी नजर रखने का निर्देश दिया गया है. बताया जाता है कि आतंकियों व नक्सलियों के बेऊर जेल से सिविल कोर्ट जाने के क्रम में पटना पुलिस भी […]
पटना : नाभा जेल ब्रेक की घटना के बाद आतंकियों व नक्सलियों के जेल से कोर्ट लाने के क्रम में सुरक्षा के दृष्टिकोण से अब थाना-पुलिस को भी नजर रखने का निर्देश दिया गया है. बताया जाता है कि आतंकियों व नक्सलियों के बेऊर जेल से सिविल कोर्ट जाने के क्रम में पटना पुलिस भी उनकी गाड़ी का स्कॉट करेगी.
इसकी जानकारी जेल प्रशासन द्वारा पहले ही पटना पुलिस को दे दी जायेगी, ताकि जेल की गाड़ी जिधर से गुजरेगी, उस इलाके की पुलिस भी स्कॉर्ट करेगी. यह व्यवस्था सुरक्षा के मद्देनजर की गयी है. इसके साथ ही पहले भी खुफिया एजेंसियों द्वारा आतंकियों व नक्सलियों के भागने के संबंध में पटना पुलिस व जेल प्रशासन को एलर्ट किया जा चुका है. इतना ही नहीं जेल से आने के क्रम में अतिरिक्त सुरक्षा बल की भी तैनाती की जायेगी. सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान भी अतिरिक्त सुरक्षा बल की निगरानी में कोर्ट में पेश की जायेगी.
पंजाब के पटियाला में नाभा जेल ब्रेक कांड के बाद राज्य में भी इस तरह के जेल ब्रेक की घटनाएं हो सकती हैं. इसके मद्देनजर राज्य की सभी 57 जेलों की सुरक्षा को लेकर समीक्षा की गयी.
जेल आइजी आनंद किशोर की अध्यक्षता में हुई इस समीक्षा बैठक में कई अहम निर्णय लिये गये. राज्य की सभी जेलों में हाई-अलर्ट जारी करते हुए सभी जिलों के डीएम, एसपी और काराधीक्षकों को अहम निर्देश जारी किये गये हैं. जेल की सुरक्षा व्यवस्था का फिर से मूल्यांकन करते हुए डीएम और एसपी को संयुक्त रूप से इसकी समीक्षा करने के लिए कहा गया है.
इसके बाद जेलों में जरूरत के मुताबिक सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती करने के लिए कहा गया है. जेलों की निरंतर तलाशी करने के लिए कहा गया है. इसके अलावा आइजी ने निर्देश दिया है कि सभी जेलों में पहले मौजूद तमाम सुरक्षा के इंतजामों मसलन सायरन, मेटल डिटेक्टर, वॉकी-टॉकी, सीसीटीवी कैमरा समेत अन्य की समुचित जांच कर इसकी अपडेट रिपोर्ट मुख्यालय को भेजे.