सत्ता और विरोधी दलों की नारेबाजी में गुम हो गयी मांगें
पटना : विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित होते ही विरोधी दल भाजपा के सदस्यों ने मुख्य द्वार पर धरना पर बैठ गये. सदन के भीतर की ही तरह भाजपा के सदस्यों ने लालू, सोनिया और केजरीवाल के विरोध में नारे लगाने लगे. कुछ ही देर में सत्ताधारी दल राजद, कांग्रेस और जदयू के सदस्यों ने […]
पटना : विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित होते ही विरोधी दल भाजपा के सदस्यों ने मुख्य द्वार पर धरना पर बैठ गये. सदन के भीतर की ही तरह भाजपा के सदस्यों ने लालू, सोनिया और केजरीवाल के विरोध में नारे लगाने लगे.
कुछ ही देर में सत्ताधारी दल राजद, कांग्रेस और जदयू के सदस्यों ने भी नरेंद्र मोदी और भाजपा के विरोध में नारे लगाने लगे. सत्ता और विरोधी दल के एक साथ नारेबाजी के कारण नारेबाजी के मुद्दे गुम हो गये. विस में प्रश्नकाल नहीं चलने की वजह से भी 150 सवाल अनुत्तरित रह गये. विरोधी दलों के धरना में मंगल पांडेय, लोजपा की नूतन सिंह, संजय मयूख, प्रो सूरज नंदन कुशवाहा, लाल बाबू प्रसाद, सच्चिदानंद राय आदि शामिल थे, वहीं सत्ता पक्ष द्वारा नारेबाजी में संजय सिंह, नीरज कुमार, सुबोध राय, सतीश कुमार, उपेंद्र प्रसाद, कांग्रेस के दिलीप कुमार चौधरी आदि शामिल थे.