गलत नाम और पते पर लोगों को दे दिया सोना

शहर के कई स्वर्ण व्यापारियों के यहां आयकर विभाग ने सर्वे से ली जानकारी नोटबंदी के दो-तीन दिनों बाद इन दुकानों में अचानक बढ़ गयी बिक्री सभी दुकानदारों ने अपने-अपने सीसीटीवी फुटेज कर दिया डिलिट पटना : नोटबंदी की घोषणा के बाद शहर के स्वर्ण व्यवसायियों ने ब्लैक में सोना बेचने का धंधा दो-तीन दिनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2016 7:09 AM
शहर के कई स्वर्ण व्यापारियों के यहां आयकर विभाग ने सर्वे से ली जानकारी
नोटबंदी के दो-तीन दिनों बाद इन दुकानों में अचानक बढ़ गयी बिक्री
सभी दुकानदारों ने अपने-अपने सीसीटीवी फुटेज कर दिया डिलिट
पटना : नोटबंदी की घोषणा के बाद शहर के स्वर्ण व्यवसायियों ने ब्लैक में सोना बेचने का धंधा दो-तीन दिनों तक खूब किया था. अचानक से सोने की बिक्री और रेट दोनों बढ़ गये थे. आयकर विभाग ने सभी बड़े स्वर्ण व्यवसायियों से ऐसे बड़े खरीदारों की पूरी सूची मांगी थी. आयकर की टीम ने शहर के बोरिंग रोड स्थित ज्वेलरी की बड़ी दुकान समेत कुछ अन्य दुकानों में सर्वे किया. इनके यहां कैश तो नहीं मिले. लेकिन, कैश बुक और रसीद में काफी लोगों की सेल दिखायी गयी हैं. अन्य स्वर्ण दुकानदारों के यहां सर्वे चल रहा है, जिसका खुलासा अभी विभाग की तरफ से नहीं किये गये हैं. हालांकि, इसमें कई दुकानें ऐसी भी हैं, जहां इस तरह की गड़बड़ी बहुत कम या स्टॉक अपडेट भी मिल रहे हैं. इनकी संख्या कम है.
इसमें यह पाया कि नोटबंदी के बाद इन लोगों की सेल अचानक से काफी बढ़ गयी है, खास कर 8 और 9 नवंबर को इनकी बिक्री काफी ज्यादा देखी गयी. इन्होंने जिन लोगों को सोना बेचा है, उनके नाम, पते समेत अन्य प्रूफ भी सही नहीं हैं. कई लोगों के पैन नंबर भी नहीं लिये गये हैं. इतना ही नहीं जिन लोगों से पैन नंबर लेकर बिक्री की गयी है. इसमें कुछ मामलों में एक ही परिवार के कई लोगों को अलग-अलग टुकड़ों में सोना बेचा गया है. अलग-अलग पैन नंबर पर एक ही परिवार में लाखों रुपये के सोने की खरीद हुई है. ऐसे परिवारों की पहचान करने में आयकर विभाग जुटा हुआ है. दुकानदारों ने जिन लोगों से बड़ी राशि लेकर सोना बेचा है, उनका नाम और पते इस तरह से लिखे है कि इनका ट्रेस करना ही बेहद मुश्किल काम है.
कई दुकानों में नहीं मिल रहे गड़बड़ी के सबूत
कई दुकानदारों के यहां गड़बड़ी ढूंढ़ने में आयकर विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. कई स्वर्ण व्यवसायियों ने अपने पुराने अनबिल स्टॉक को एक नंबर का दिखा दिया है. ब्लैक मनी वालों को ज्यादा दर पर सोना बेच कर, इसके ही पैसों से टैक्स और अपना कमीशन भी लेकर अपने दो नंबर के स्टॉक को एक नंबर का कर दिया गया है. ऐसे व्यापारियों के स्टॉक की बिक्री का मिलान करना और इनके दो नंबर के स्टॉक को एक नंबर से अलग करके छांट कर जांच करने में आयकर विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग डिलिट की
आयकर विभाग की टीम ने बोरिंग रोड चौराहे पर ही मौजूद अनु आनंद कंस्ट्रक्शन कंपनी के यहां छापेमारी कर चार करोड़ से ज्यादा रुपये के साथ पुराने नोटों को ब्लैक से व्हाइट करने का मामला पकड़ा था.
इस दौरान यहां से सीसीटीवी कैमरे और इसके फुटेज बरामद किये गये थे, जिसमें शहर के कई अधिकारियों और नामचीन लोगों के फुटेज बरामद हुए थे. इसे सबूत के तौर उपयोग किया गया है. इस घटना के बाद से अचानक सभी स्वर्ण व्यवसायियों के यहां के सीसीटीवी फुटेज के डिटेल डिलिट होने लगे हैं. स्वर्ण व्यवसायी बहाना बनाने लगे हैं कि उनका कंप्यूटर हैंग हो गया है. हार्ड डिस्क फूल होने से सभी को डिलिट करना पड़ा.

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