रोक, मगर रोकनेवाला नहीं

पटना: गांधी मैदान-दीघा रोड के किनारे दर्जनों जगह बालू-गिट्टी व ईंट रखे हैं. ये बिल्डिंग मेटेरियल मकान बनाने के लिए नहीं, बल्कि बिक्री के लिए रखे गये हैं. लोग यहां से गिट्टी, बालू व ईंट खरीद भी रहे हैं. जैसे-जैसे मैटेरियल की खपत हो रही है, व्यवसायी अपना स्टोर बढ़ा रहा है. इनकी ढुलाई भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:40 PM

पटना: गांधी मैदान-दीघा रोड के किनारे दर्जनों जगह बालू-गिट्टी व ईंट रखे हैं. ये बिल्डिंग मेटेरियल मकान बनाने के लिए नहीं, बल्कि बिक्री के लिए रखे गये हैं. लोग यहां से गिट्टी, बालू व ईंट खरीद भी रहे हैं.

जैसे-जैसे मैटेरियल की खपत हो रही है, व्यवसायी अपना स्टोर बढ़ा रहा है. इनकी ढुलाई भी साथ-साथ हो रही है. बिका हुआ माल ट्रैक्टर व ठेला से भेजा रहा है. हालांकि, यहां दिन में ट्रैक्टर के प्रवेश पर रोक है. पास ही चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के जवान खड़े हैं. लेकिन, उन्हें कायदे-कानून की कोई फिक्र ही नहीं है.

होते रहते हैं हादसे
सड़क किनारे बालू रखा होने से अक्सर छोटे-मोटे हादसे होते रहते हैं. बालू के कारण मोटरसाइकिल का चक्का स्लिप करता है और चालक जख्मी होते हैं. इसके अलावा ट्रैक्टर व ट्रक से भी हादसे होते हैं. दो साल पहले बालू पर फिसल कर नौवीं कक्षा की एक छात्र दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी, जिसमें उसकी जान चली गयी. इस घटना के बाद निगम प्रशासन ने सड़क किनारे बिल्डिंग मेटेरियल रखनेवालों व व्यवसाय चलानेवाले के खिलाफ अभियान चलाया, लेकिन कुछ दिनों में ही यह हवा-हवाई हो गया.

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