बिहार : बस चार लगन, थमेगी शहनाइयों की धुन
पटना: दीपावली के बाद शुरू हुई शहनाइयों की धुन एक बार फिर 13 दिसंबर को थम जायेगी. लगन का शुभ मुहूर्त 16 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के बाद शुरू हुआ था. शादी और शुभ कार्यों में लगभग चार महीनों की खामोशी के बाद एक महीने तक मुहूर्त चल रहा है, जो चार लगन के बाद […]
पटना: दीपावली के बाद शुरू हुई शहनाइयों की धुन एक बार फिर 13 दिसंबर को थम जायेगी. लगन का शुभ मुहूर्त 16 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के बाद शुरू हुआ था. शादी और शुभ कार्यों में लगभग चार महीनों की खामोशी के बाद एक महीने तक मुहूर्त चल रहा है, जो चार लगन के बाद खरमास के कारण एक महीने से ज्यादा समय के लिए थम जायेगा.
एक महीने के बाद फिर से 15 जनवरी से लगन शुरू होगी. पं अमित माधव जी महाराज ने बताया कि देवोत्थान एकादशी को भगवान शयन के बाद जगते हैं. साथ ही लगन का शुभ काल शुरू हो जाता है. सूर्य वृश्चिक राशि में जैसे ही प्रवेश करते हैं, वैसे ही शादी-ब्याह का लगन शुरू हो जाता है. अब 14 जनवरी के बाद सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा. उसके बाद शादी-ब्याह का आयोजन होगा. इसके पहले सूर्य के धनु राशि में आने की वजह से खरमास लगता है और इस कारण एक महीने तक शादियों के मुहूर्त पर ब्रेक लग जाता है.
13 दिसंबर तक विवाह के चार लगन
देवोत्थान एकादशी के बाद लगातार चल रहा लगन अब बस 13 दिसंबर तक रहेगा. लगभग 34 दिनों तक 13 विवाह लग्न हैं, जिनमें काफी शादियां संपन्न हुई. पं अमित माधव ने बताया कि 15 दिसंबर को रात 8 बज कर 31 मिनट पर सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे. इसके बाद शादी-ब्याह पर ब्रेक लग जायेगा. जुलाई महीने में देवशयनी एकादशी के बाद 14 जुलाई से 15 नवंबर तक सभी मांगलिक कार्य बंद हो गये थे, जो देवोत्थान एकादशी के साथ ही शुरू हुए थे.अब कौन सा शुभ लगन : 8 दिसंबर, 9 दिसंबर, 12 दिसंबर व 13 दिसंबर