जमीन खरीद की कीमत छिपा रही भाजपा : जदयू
पटना : नोटबंदी से पहले भाजपा द्वारा बड़े पैमाने पर जमीन खरीद मामले को लेकर जदयू ने भाजपा से सवाल किया है. जदयू ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने बेहद कम दर पर जमीन की खरीदारी की है, जो उसका मौन भ्रष्टाचार को दर्शाता है. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, प्रवक्ता संजय सिंह, […]
पटना : नोटबंदी से पहले भाजपा द्वारा बड़े पैमाने पर जमीन खरीद मामले को लेकर जदयू ने भाजपा से सवाल किया है. जदयू ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने बेहद कम दर पर जमीन की खरीदारी की है, जो उसका मौन भ्रष्टाचार को दर्शाता है. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, प्रवक्ता संजय सिंह, नीरज कुमार व राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने जमीन खरीद मामले पर नकद भुगतान व भुगतान प्रक्रिया में गड़बड़ी तो की ही, कई जगहों पर तो जमीन के दाम को भी शातिराना रूप से छिपाया गया. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार में जमीन खरीदी के लिए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह विधान पार्षद लालबाबू प्रसाद को अधिकृत किया था. उन्होंने निजी तौर पर खरीदी है.
जमीन पर भविष्य में भाजपा का कार्यालय बनेगा या संघ की पाठशाला लगेगी, इसका खुलासा करना चाहिए. जदयू नेताओं ने कहा कि लाल बाबू प्रसाद द्वारा खरीदी गयी जमीन का विक्रय मूल्य केवल चार लाख 90 हजार रुपये होना क्या इस आशंका को बल नहीं देता है कि भविष्य में आय-व्यय का ब्योरा सरकारी महकमा को देने से बचने के लिए कम कीमत दिखलाने की चतुराई की गयी है.
मोदी सरकार ने देश को बना दिया प्रयोगशाला : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नवल शर्मा ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश को प्रयोगशाला बना दिया है. आम जनता इन प्रयोगों की बलि चढ़ रही है.
लोकसभा में भाजपा के 282 सांसद हैं, फिर भी प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि विपक्ष मुझे बोलने नहीं दे रहा. अब क्या पूरे 543 होंगे, तब बोलेंगे.
नोटबंदी जैसे अच्छे कदम का बिना तैयारी के क्रियान्वयन ने पूरे देश को स्टैंड अप मोड में ला दिया है. रोज-रोज करोड़ों के नये नोट पकड़े जाने से आम जनता अवाक है. ठंड में गरीब गुरबे एटीएम की कतार में कांप रहे हैं और मोदी सरकार कैशलेस का जाप करने में लगी है.