वरदा तूफान के असर से बेफिक्र है बिहार सरकार

पटना : बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान वरदा का सोमवार को दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम से टकराने की आशंका है. भारतीय मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक एस बाल चंद्रन ने सोमवार की सुबह चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बंगाल की खाड़ी से उठे वरदा तूफान करीब 180 किमी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2016 8:39 AM

पटना : बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान वरदा का सोमवार को दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम से टकराने की आशंका है. भारतीय मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक एस बाल चंद्रन ने सोमवार की सुबह चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बंगाल की खाड़ी से उठे वरदा तूफान करीब 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पूर्व की ओर बढ़ रहा है और अगले 36 घंटे तक तमिलनाडु, पुड्डूचेरी, चेन्नई और तिरुवल्लूर में तेज हवा के साथ भारी बारिश की आशंका है. वहीं, एनडीआरएफ के महानिदेशक आरके पचनंदा ने भी अपने बयान में यह कहा है कि वरदा तूफान से निपटने के लिए एनडीआरएफ की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है.

हालांकि, इस तूफान का पूर्व की ओर 180 किलोमीटर की रफ्तार से बढ़ने की वजह से इस बात की भी आशंका है कि इसका असर देर-सवेर बिहार के विभिन्न इलाकों में भी पड़ सकता है. इसके बावजूद बिहार सरकार की ओर से इस तूफान से निपटने के लिए अभी तक किसी प्रकार की तैयारी नहीं की जा सकी है. आशंका इस बात की भी है कि यदि सरकार ने समय पर इस तूफान से निपटने के लिए तैयारी नहीं की, तो बारिश के दौरान गंगा समेत बिहार के तमाम नदियों में आयी बाढ़ से उपजे हालात की तरह कहीं इस तूफान से भी राज्य को भारी नुकसान का सामना न करना पड़े.

बता दें कि इस साल मॉनसून के दौरान गंगा समेत बिहार की सोन, गंडक, बूढ़ी गंडक, कोसी, पुनपुन आदि छोटी-बड़ी नदियों में आयी बाढ़ के कारण हुए नुकसान का अभी राज्य के मैदानी इलाकों के लोग ठीक से भरपाई भी नहीं कर पाए हैं. बारिश के मौसम में नदियों में आयी बाढ़ की वजह से राज्य में उपजी विकट स्थिति से यहां के लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. आशंका यह भी जतायी जा रही है कि दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में आये वरदा तूफान का असर बिहार भी पड़ सकता है.

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से उठे वरदा तूफान की वजह से सोमवार को दक्षिण भारत के कर्नाटक, गंगा के मैदानी भागों के पश्चिम बंगाल और रायलसीमा क्षेत्र के बिहार, विदर्भ और तेलंगाना में औसत न्यूनतम तापमान गिरकर -1.6 डिग्री से -3.0 डिग्री सेंटीग्रेट तक रह सकता है. इस तूफान की वजह से देश के पूर्वी भागों असम और मेघालय में भी तापमान गिरकर शून्य से नीचे जा सकता है. वहीं, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश अधिकतम तापमान औसत शून्य से -5.0 डिग्री तक जा सकता है.

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