पटना:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा अंतरराष्ट्रीय विवि की गवर्निंग बाॅडी में बदलाव को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखा है. अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने विवि के कुलपति जार्ज यो के इस्तीफे का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वह नालंदा विवि के गठन के विचार के पीछे जो उद्देश्य है उसमें ब्रेक नहीं लगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल के दिनों में विवि के शासी निकाय के भंग होने और चांसलर के इस्तीफा प्रकरण पर चिंता जाहिर की. उन्होंने अपने पत्र में कहा कि राज्य सरकार ने पुराने गौरवशाली नालंदा विवि के अतीत को दोबारा जमीन पर उतारने के लिये 2007 में नालंदा अंतरराष्ट्रीय विवि के गठन की प्रक्रिया शुरू की थी. राज्य सरकार ने नालंदा अंतरराष्ट्रीय विवि के गौरव और महत्व को ध्यान में रखते हुए इसकी गतिविधियों को आगे बढ़ाये जाने की सलाह भी दी है.
सीएम नीतीश ने कहा कि विवि के सभी स्टेक होल्डर और सभी विशिष्ट फैकल्टी के राय-विचार से ही विवि के प्राचीन गौरव को फिर से स्थापित किया जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि विवि की तरक्की तभी सुनिश्चित की जा सकती है जब उसे अकादमिक स्वायतता मिले. उन्होंने कहा कि शासी निकाय में बदलाव के पहले कुलाधिपति के साथ कंसलटेशन जरूर होना चाहिये. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने नालंदा विवि के गठन के लिये नालंदा विवि 2010 एक्ट बनाया था. इसी एक्ट के तहत विवि कायर्रत है.